MP Weather Report : मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड का सितम जारी है, उत्तर से आ रही बर्फीली हवाएं प्रदेश को कंपकंपा रही हैं और दिन-रात के तापमान में गिरावट आ रही है। कड़ाके की ठंड से लोग ठिठुर रहे हैं और प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों का समय भी बदल दिया गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए अर्लट जारी किया है, जिसमें 23 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मप्र का तापमान: पांच शहरों का मौसम
पिछले 24 घंटों में प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। वे कल्याणपुर (शहडोल), पिपरसमा (शिवपुरी), पचमढ़ी (नर्मदापुरम), नौगांव (छतरपुर) और अमरकंटक (अनूपपुर) जिलों में तापमान सामान्य से कम रहा और शेष सभी जिलों में सामान्य रहा। मध्यप्रदेश में सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 1.8 डिग्री और रायसेन में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री दर्ज किया गया।
5 सबसे कम न्यूनतम तापमान वाले शहर
मप्र का AQI, मैहर की हवा सबसे साफ
मध्य प्रदेश की हवा में इन दिनों बदलाव देखने को मिल रहा है। देश के सबसे स्वच्छ शहर मैहर की हवा प्रदेश और देश के सबसे अच्छी हवा वाले शहरों में शामिल हो गई है। वहीं राजधानी भोपाल की हवा में भी सुधार देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार मैहर शहर की हवा सबसे अच्छी है। यहां का एक्यूआई लेवल 80 दर्ज हुआ। अन्य बड़े जिलों की बात करें तो उमरिया में 124, रतलाम में 138, विदिशा में 148 और उज्जैन में 173 दर्ज हुई।
एयर क्वालिटी इंडेक्स वाले 5 शहर...
मध्यप्रदेश में मौसम का पूर्वानुमान
मध्य प्रदेश के मौसम विशेषज्ञ डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश के तीन दर्जन यानी करीब 36 जिलों में शीतलहर चल रही है, जिसके चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इनमें भोपाल, विदिशा, उज्जैन, रतलाम, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, मऊगंज, छतरपुर, उमरिया, नीमच, हरदा, निवाड़ी, देवास, बैतूल आदि शामिल हैं। आने वाले दिनों में भी जिलों में ठंडे दिन बने रहेंगे। इसके अलावा धार, आगर मालवा, गुना, सागर, जबलपुर, शहडोल, खंडवा, बड़वानी आदि जिलों में शीतलहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
आईएमडी अलर्ट क्या है
येलो अलर्ट
येलो अलर्ट आने वाले मौसम की स्थिति के बारे में चेतावनी है। मौसम विभाग के इस अलर्ट का मतलब है कि मौजूदा स्थिति में भले ही कोई खतरा न हो, लेकिन कभी भी खराब मौसम का सामना करना पड़ सकता है।
ऑरेंज अलर्ट
वहीं ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि मौसम खराब स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी परेशानी का सबब बन सकती है। आपको बता दें कि जब ऑरेंज अलर्ट जारी होता है तो संबंधित अधिकारियों को तैयार रहने को कहा जाता है और लोगों को भी घर से बेवजह बाहर न निकलने की चेतावनी दी जाती है।
रेड अलर्ट
यह अलर्ट तब जारी किया जाता है जब मौसम की वजह से भारी नुकसान के संकेत मिलते हैं। सर्दियों में रेड अलर्ट का मतलब है खतरनाक ठंड की स्थिति, बारिश में बाढ़ और तूफान और गर्मियों में लू। आपको बता दें कि रेड अलर्ट के बाद बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, बल्कि मौसम के प्रकोप से बचने के लिए इंतजाम कर लेने चाहिए।
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