MPPSC PRE 2024 का पेपर वायरल होने के मामले में अज्ञात पर 420 का केस

MPPSC PRE 2024 पेपर को लेकर अभ्यर्थी और पीएससी इसलिए चिंतित हुए, क्योंकि यह हुबहू पीएससी पेपर जैसा ही था। इसके फ्रंट पेज पर निर्देश जो लिखे थे, जो तरीका था वह भी परीक्षा में आने वाले पेपर जैसा ही था। साथ ही इसमें कहीं भी मॉक टेस्ट प्रश्नपत्र नहीं लिखा था...

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Sanjay gupta
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मप्र लोक सेवा आयोग ( MPPSC ) की राज्य सेवा परीक्षा प्री 2024 ( MPPSC PRE 2024 ) रविवार 23 जून को दो शिफ्ट में हो पूरी हो गई। शनिवार 22 जून को प्री के सामान्य अध्ययन पेपर-1 के कथित रूप से वायरल होने के मामले में पीएससी की शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात पर FIR दर्ज कर ली है। 

यह लिखा है शिकायत में

थाना संयोगितागंज में धारा 420 के साथ ही आईटी एक्ट की धारा 66डी में केस हुआ है। पीएससी की ओर से सतर्कता अधिकारी भावना भावे ने शिकायत दर्ज कराई है।

इसमें लिखा है कि आरोपी अज्ञात व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 के प्रथम प्रश्न पत्र के लीक व प्रश्न पत्र के विक्रय की जानकारी वायरल कर छात्रों के साथ छल किया है। 

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पूरे दिन चिंता में रही थी सरकार और पीएससी

पेपर लीक की खबरें आने के बाद लगातार पूरी मप्र सरकार और पीएससी चिंता में था। पीएससी अपनी परीक्षा के लिए पूरी सतर्कता बरतती है और इसके लिए उनका पूरा सिस्टम काफी मजबूत है। हाल के समय में नीट को लेकर हुए विवाद के बाद पीएससी को और अधिक चिंता थी, लेकिन अब उन्होंने राहत की सांस ली है। 

बैठक में तय किया पुलिस में की जाए शिकायत

इसके बाद रविवार ( 23 जून) को पीएससी चेयरमैन डॉ. राजेश लाल मेहरा व अन्य सदस्य और अधिकारियों ने तय किया कि पेपर लीक की खबरें आना और पेपर वायरल होना, टेलीग्राम पर सौदे होना, यह सभी गंभीर मुद्दे हैं। इसलिए इस रैकेट को उजागर करने के लिए जरूरी है कि घटना की पुलिस से जांच कराई जाए।

इसके बाद आयोग ने तय किया कि पुलिस को लिखित शिकायत की जाए और पेपर वायरल कर इसे पीएससी का पेपर बताने वाले और टेलीग्राम पर सौदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पीएससी ओएसडी डॉ. रविंद्र पंचभाई ने कहा कि आयोग ने तय किया है कि यह गंभीर मुद्दा है और इससे लाखों अभ्यर्थी परेशान होते हैं। इसलिए आयोग ने पुलिस में केस दर्ज कराया है। 

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क्या हुआ था शुक्रवार और शनिवार को

शुक्रवार रात 11 से 12 बजे के दौरान टेलीग्राम पर mppsc paper leaked 2024 नाम से एक ग्रुप बना है। इसमें एक लिंक दी गई @Devsingh60 और कहा गया कि यह पीएससी का पेपर दे सकता है। इससे उम्मीदवारों ने बात की तो उन्हें ढाई हजार रुपए में पेपर देने की बात कही गई और क्यू कोड भेजकर कहा गया कि राशि भेज दो पेपर भेज देंगे।

द सूत्र ने भी अभ्यर्थी बनकर इस पर बात की और दो हजार रुपए में पेपर देने की बात सामने वाले ने कही। द सूत्र ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी। इसके बाद शनिवार दोपहर 12 बजे करीब एक पेपर वायरल हुआ और बताया गया कि यह टेलीग्राम पर सौदा करके मिला पेपर है। इसके बाद पीएससी के पेपर लीक की बातें सामने आने लगी। 

पेपर पूरी तरह पीएससी जैसा ही बनाया था

इस पेपर को लेकर अभ्यर्थी और पीएससी इसलिए चिंतित हुए क्योंकि यह हुबहूं पीएससी पेपर जैसा ही था, इसके फ्रंट पेज पर निर्देश जो लिखे थे, जो तरीका था वह परीक्षा में आने वाले पेपर जैसा ही था और इसमें कहीं भी मॉक टेस्ट प्रश्नपत्र जैसा नहीं लिखा था।

इसलिए सभी अभ्यर्थी खासे चिंतित हुए और पूरी सरकार और पीएससी चिंता में आ गया। बाद में द सूत्र ने यह पेपर जहां से आया था उसकी खोज शुरू की तो शनिवार शाम को द सूत्र ने खुलासा किया कि यह पेपर डिजायर टू लर्न लाइब्रेरी के संचालक सागर गुप्ता द्वारा बनाया गया है। उन्होंन अपने अभ्यर्थियों के लिए इस तरह के पांच सेट बनाए थे और उन्हें ऑनलाइन निशुल्क दिया था।

गुप्ता ने द सूत्र को बताया कि हमे नहीं पता कि किसने यह हमारा मॉक टेस्ट का पेपर वायरल कर इसे पेपर लीक का बताया और इसके लिए सौदा किया, हमने तो टेस्ट के लिए यह पेपर बनाया था।

sanjay gupta

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