Mppsc असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा में आयु गणना के ईयर ने उलझाया
असिस्टेंट प्रोफेसर की साल 2024 की परीक्षा में भी अन्य परीक्षाओं की तरह ही सेम ईयर रखने की मांग करते हुए इंदौर के स्टूडेंट्स ने एमपीपीएससी से इसकी मांग की है। सभी का कहना है कि हमने साल 2022 की परीक्षा के बाद दो वर्ष तक काफी मेहनत की है।
इंदौर. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा विज्ञापन क्रमांक 28/2024 30.12.2024 में आयु गणना 01) जनवरी 2025 निर्धारित की गई। जबकि आयोग की अन्य परीक्षाओं में आयु की गणना परीक्षा के सेम ईयर ही रखी जाती रही है। यदि इस परीक्षा की आयु गणना भी समान वर्ष यानी 01 जनवरी 2024 रखी जाती हजारों स्टूडेंट्स यह परीक्षा देने के लिए पात्र हो जाते, जिससे स्टूडेंट्स को अपने भविष्य को सुधारने का एक मौका और मिल सकता।
असिस्टेंट प्रोफेसर की साल 2024 की परीक्षा में भी अन्य परीक्षाओं की तरह ही सेम ईयर रखने की मांग करते हुए इंदौर के स्टूडेंट्स ने एमपीपीएससी से इसकी मांग की है। सभी का कहना है कि हमने साल 2022 की परीक्षा के बाद दो वर्ष तक काफी मेहनत की है। ऐसे में हमारी इस बात पर विभाग को संज्ञान लेना चाहिए।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग जितनी भी परीक्षाएं ले रहा है चाहे वो साल 2024 की हो या साल 2025 की हो, उन्होंने सभी में आयु की गणना उसी वर्ष की है। साल 2024 की परीक्षा है तो आयु की गणना भी 2024 ही की है और साल 2025 की परीक्षा की गणना भी 1 जनवरी 2025 से की है लेकिन असिस्टेंट प्रोफेसर की परिक्षा की वैकेंसी 2024 की है, लेकिन आयु की गणना इन्होंने 1 जनवरी 2025 से कर दी है। ऐसे में कई स्टूडेंट्स ओवर एज आ रहे है। जबकि एमपीपीएससी जितनी भी परीक्षा ले रहा है वो सेम ईयर की ले रहा है।
दो साल बाद निकली वैकेंसी साल 2022 के बाद अब असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा आई है। दो साल का गैप करने के बाद अब साल 2024 में वैकेंसी निकाली तो आयु गणना साल 2025 से कर दी ऐसे में जहां हम कुछ स्टूडेंट्स दो बार एग्जाम दे देते वहीं अब एक बार भी नहीं दे पा रहे है। हजारों स्टूडेंट्स का नुकसान हो रहा है। साल 2024की परीक्षा है तो गणना भी सेम ईयर की ही होना चाहिए ना कि आगे की जबकि सेम ईयर होने से कई स्टूडेंट्स ओवर एज हो रहे है। स्टूडेंट अरविंद तोमर का कहना है सेम ईयर होने से मैं भी ओवर एज नहीं होता और इस एग्जाम के लिए पात्र होता, जबकि सभी एग्जाम में सेम ईयर रखा तो इसमें भी वही नियम लागू होना चाहिए।
असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा 1 जून को है अभी फॉर्म भी सबमिट हो रहे है। 26 मार्च एग्जाम फॉर्म भरने की आखिरी तारीख है और 26 फरवरी से एग्जाम फॉर्म भरना शुरू हो गए थे। बाकी परीक्षाओं में इन्होंने ऐसा नहीं किया लेकिन सवाल ये है कि इसी परीक्षा में इन्होंने ऐसा क्यों किया। ये हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ है। या तो विभाग को सभी परीक्षाओं में ऐसा ही नियम बनाना था।