मप्र लोक सेवा आयोग (पीएससी) ने एक बार फिर उम्मीदवारों को परेशान करने में कोई कसर नहीं रखी। उम्मीदवार कोई गलती करें तो नियमों का हवाला देकर उसे मौका नहीं दिया जाता है, लेकिन पीएससी बार- बार गलतियां कर रहा है।
राज्य सेवा व राज्य वन सेवा 2024 की आंसर की गलत अपलोड की। द सूत्र ने मुद्दा उठाया तो इसे हटाया गया और गुरुवार ( 27 जून ) अलसुबह नई आंसर की अपलोड की गई। यह पहली बार चूक नहीं हुई है। यह बार-बार हो रहा है।
इसके पहले भी संशोधित आंसर की जारी हुई
पीएससी ने इससे पहले चार साल में तीन बार गलतियां की है और संशोधित आंसर की अपलोड की।
- राज्य सेवा व वन सेवा परीक्षा 2021 की आंसर की भी संशोधित कर 22 जून 2022 को डाली गई।
- राज्य सेवा व वन सेवा 2022 की आंसर की भी संशोधित करना पड़ा और यह 23 मई 2023 को अपलोड की गई।
- अब राज्य सेवा व वन सेवा 2024 की आंसर की को संशोधित कर 27 जून को नई अपलोड की गई।
इस बार क्या चूक कर दी थी
इस बार पीएससी ने दूसरे पेपर जिसे सी सेट से कहा जाता है और जो राज्य सेवा परीक्षा उम्मीदवारों के लिए क्वालीफाइंग पेपर होता है। इसमें चूक की। इसके 20 से ज्यादा प्रश्नों के आंसर गलत जारी कर दिए गए। बताया जा रहा है कि टाइपिंग एरर के चलते यह हुआ था। लेकिन यह लगातार हो रहा है। इससे परीक्षा देने वाले लाखों उम्मीदवार परेशान होते हैं।
एक प्रश्न पर आपत्ति के लगते हैं 100 रुपए
समस्या यह है कि यदि पीएससी इसे नहीं सुधारे तो पूरा खामियाजा उम्मीदवारों को भुगताना पड़ता है। क्योंकि एक प्रश्न पर आपत्ति लेने पर 100 रुपए लगते हैं। यानी पीएससी जितने प्रशन में गलती करेगा उतना ही उम्मीदवार को आर्थिक तौर पर भी भारी पड़ेगा।
वहीं समस्या यह है कि आपत्ति नहीं तो आगे जाकर हाईकोर्ट में पीएससी नियमों को हवाला देकर दलील देती है कि इन्होंने आपत्ति नहीं ली इसलिए इनकी याचिका पर विचार नहीं हो, हाल ही में 2023 की परीक्षा में यह हो चुका है। यानी उन्हें आपत्ति लेना भी जरूरी होता है।
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