MSP पर मूंग खरीदी के फैसले पर सियासत, किसान संघ और कांग्रेस में क्रेडिट लेने की मची होड़

एमपी सरकार ने मूंग और उड़द की MSP पर खरीदी का ऐलान किया है। इसके बाद किसान संगठनों और कांग्रेस ने इसे अपनी लड़ाई की जीत बताया है। अब सियासी गलियारों में श्रेय लेने की होड़ शुरू हो गई है।

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Rohit Sahu
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 MP News: मध्य प्रदेश सरकार ने मूंग और उड़द की फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने का फैसला किया है। सरकार के फैसले के बाद सियासत शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार रात मूंग को एमएसपी पर खरीदने के निर्देश दिए थे। सीएम के फैसले के बाद किसान संघ और किसान कांग्रेस में क्रेडिट लेने की होड़ मच गई।

मूंग की एमएसपी खरीदी को लेकर क्रेडिट वार 

सरकार के इस फैसले के तुरंत बाद कांग्रेस और किसान संगठनों में इसे लेकर श्रेय की होड़ मच गई। भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी रात में ही मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर डॉ. मोहन यादव का आभार जताने पहुंचे। वहीं कांग्रेस ने इसे किसानों और विपक्ष की साझा लड़ाई की जीत बताया और अपने प्रयासों को लेकर क्रेडिट लिया।

पटवारी बोले—किसानों ने अफसरों को दिखाया आईना

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह फैसला किसानों की एकजुटता और कांग्रेस की सटीक रणनीति का नतीजा है। पटवारी ने लिखा कि अफसर जो मूंग को ज़हर बता रहे थे, उन्हें अब किसानों की ताकत समझ आ गई है। पटवारी ने सीएम मोहन यादव को धन्यवाद दिया और कहा कि कांग्रेस अभी भी गेहूं, धान और सोयाबीन पर पूरे समर्थन मूल्य की लड़ाई लड़ेगी।

सिंघार बोले- किसानों ने सरकार को झुकाया

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियों की विफलता के कारण ही किसान अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने पर मजबूर हुए। उन्होंने दावा किया कि सरकार शुरुआत से ही मूंग खरीदी के पक्ष में नहीं थी। लेकिन किसानों की एकजुटता और कांग्रेस के दबाव में सरकार को झुकना पड़ा।सिंघार ने कहा कि जो अफसर मूंग को जहर कह रहे थे, वही अब इसकी खरीदी के आदेश देने पर मजबूर हुए हैं।

मूंग की MSP कितनी होगी 

भारत सरकार द्वारा तय किए गए मूंग का MSP 8682 रुपए प्रति क्विंटल और उड़द का 7400 रुपए प्रति क्विंटल है। प्रदेश सरकार ने केंद्र को मूंग और उड़द की खरीदी का प्रस्ताव भेज दिया है। मूंग की कटाई 36 जिलों में मई से जून तक होती है। उड़द की कटाई 13 जिलों में इसी अवधि में होती है।

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एमपी में कितनी मूंग पैदा हुई

मूंग: 14.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल, 20.23 लाख मीट्रिक टन उत्पादन

उड़द: 0.95 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल, 1.24 लाख मीट्रिक टन उत्पादन

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क्या करें किसान?

19 जून से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी। किसान अपने नजदीकी पंजीयन केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। सरकार ने कहा है कि मूंग और उड़द की बोनी करने वाले किसान ही इस योजना में पात्र होंगे।

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