नर्मदा एक्सप्रेस वे के रूट में बदलाव किया गया है। पहले यह एक्सप्रेस वे धार और झाबुआ से होकर गुजरने वाला था, लेकिन अब इसका रूट संशोधित कर दिया गया है। अब यह रूट निमाड़ क्षेत्र से होकर गुजरेगा, जिससे खंडवा, खरगोन, बड़वानी और आलीराजपुर जिलों को लाभ मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, सरकार इस बदलाव के लिए सर्वे करवा रही है।
रूट में बदलाव
बड़वानी के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. ओपी खंडेलवाल ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने पीएमओ में इस बदलाव की शिकायत की थी। पीएमओ और मुख्यमंत्री को ऑनलाइन शिकायत भेजने के बाद अब संबंधित एजेंसी ने रूट में बदलाव किया है। इस समय पश्चिम निमाड़ क्षेत्र में सर्वे का काम चल रहा है।
1206 किमी लंबा होगा एक्सप्रेस वे
यह एक्सप्रेस वे करीब 1206 किमी लंबा होगा, जो अमरकंटक के अनूपपुर से शुरू होकर आलीराजपुर तक बनेगा। इस एक्सप्रेस वे से 11 जिले लाभान्वित होंगे, जिनमें अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद (नर्मदापुरम), हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और आलीराजपुर शामिल हैं।
पीएमओ में शिकायत करने के बाद सुधार
इस नए रूट से लगभग 30 नेशनल और स्टेट हाईवे, साथ ही कई जिलों की सड़कें आपस में जुड़ेंगी। पहले जो नक्शा जारी किया गया था, उसमें धार और झाबुआ से एक्सप्रेस वे को गुजरता दिखाया गया था, लेकिन पीएमओ में शिकायत करने के बाद उसमें सुधार किया गया है।
यह बदलाव नर्मदा एक्सप्रेस वे की दिशा को सुधारने और अधिक क्षेत्रों को जोड़ने में मदद करेगा, जिससे इन जिलों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
FAQ
नर्मदा एक्सप्रेस वे के रूट में बदलाव क्यों किया गया?
नर्मदा एक्सप्रेस वे का रूट पहले धार और झाबुआ से होकर गुजरने वाला था, लेकिन अब इसे निमाड़ क्षेत्र से होकर गुजरने के लिए संशोधित किया गया है।
कौन से जिले इस बदलाव से लाभान्वित होंगे?
इस बदलाव से खंडवा, खरगोन, बड़वानी और आलीराजपुर जिलों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा, 11 जिले इससे प्रभावित होंगे, जिनमें अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद (नर्मदापुरम), हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और आलीराजपुर शामिल हैं।
नर्मदा एक्सप्रेस वे की लंबाई कितनी होगी और यह कहां से कहां तक बनेगा?
नर्मदा एक्सप्रेस वे करीब 1206 किमी लंबा होगा। यह अमरकंटक के अनूपपुर से शुरू होकर आलीराजपुर तक बनेगा, जिससे 11 जिले लाभान्वित होंगे।
रूट में बदलाव के बाद कितनी सड़कों को जोड़ने की उम्मीद है?
इस रूट में बदलाव से लगभग 30 नेशनल और स्टेट हाईवे, साथ ही कई जिलों की सड़कें आपस में जुड़ेंगी, जिससे कनेक्टिविटी में सुधार होगा।