अक्सर लोग अपनों की मौत के बाद उनके जाने के गम में कार्यक्रम का आयोजन करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर ( Narsinghpur ) जिले का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। यहां एक जिंदा बुजुर्ग खुद अपनी मौत का जश्न मानाने जा रहा है। बुजुर्ग ने इसको 'मृत्यु पूर्व उत्सव' नाम दिया है। इसके लिए बुजुर्ग ने आमंत्रण पत्र ( Invitation Card ) भी छपवाया है। बुजुर्ग के 'मृत्यु पूर्व उत्सव' का आमंत्रण पत्र अब जमकर वायरल हो रहा है।
'29 सितंबर को मृत्यु महोत्सव'
जिले के गाडरवारा इलाके में रहने वाले स्वामी परसराम साहू अपने 'मृत्यु पूर्व उत्सव' को लेकर चर्चा में हैं। साहू पितृ पक्ष के मौके पर 29 सितंबर को अपना ही मृत्यु महोत्सव का आयोजन करने जा रहे हैं। इसके लिए बुजुर्ग ने आमंत्रण पत्र भी छपवाए हैं।
आमंत्रण पत्र में लिखा है, "मां नर्मदा की प्रेरणा से 'ओशो की धरा' पर इस सूक्ष्म जगत से जाने के पूर्व ही हम अपने सभी स्वजनों के सहयोग से 'मृत्यु पूर्व उत्सव' का आयोजन करने जा रहे हैं। इस उपलक्ष्य में आयोजित 'स्नेहभोज' में आप सादर आमंत्रित हैं। कृपया पधारकर अपना आशीष प्रदान करें।
समय:- सायं 7 बजे से रात्रि 11 बजे तक स्थान:- संस्कार पैलेस, पानी की टंकी के पास गाडरवारा
जीवन अगर उत्सव है तो मृत्यु महोत्सव है : बुजुर्ग
बुजुर्ग स्वामी परसराम साहू का कहना है कि 'जीवन अगर उत्सव है तो मृत्यु महोत्सव है', सभी लोग अपने जन्म के वक्त खुश होते हैं और मौत आने पर दुखी। उन्होने कहा कि लेकिन सच्चाई में यह जिंदगी और एक ही सिक्के के 2 पहलू हैं। बुजुर्ग ने कहा, मुस्कराती हुई सुबह रात में ढल जाती है। जीवन की पीठ पर मौत लिखा होती है। सभी लोग जीवन में एक उत्सव की तरह जन्म लेते हैं, इस वजह से मृत्यु को भी एक महोत्सव जैसे मनाना चाहिए।
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