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Supriya Srinet Photograph: (Supriya Srinet)
INDORE. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर कांग्रेस ने चौतरफा मोर्चा खोला हुआ है। इसी मामले में अब इंदौर आई कांग्रेस की सोशल मीडिया-डिजिटल प्लेटफार्म प्रमुख और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री शाह को लेकर तीखी टिप्पणी की।
कमरे में लगवाना थी उठक बैठक
सुप्रिया ने कहा कि अंबेडकर जी को लेकर जो केंद्रीय मंत्री साह ने टिप्पणी की है उसके लिए तो पीएम नरेंद्र मोदी को शाह को कमरे में बुलाकर उठक बैठक लगवाना थी और इस्तीफा मांगना था। लेकिन इसकी जगह वह उनके समर्थन में टिव्ट कर रहे हैं। उन्हें बचा रहे हैं। बाबा साहबे इस देश में सामाजिक न्याय के ध्वजवाहक है। उनके बनाए संविधान में सभी को पहले दिन से एक समान अधिकार मिले हैं।
बीजेपी और संघ दोनों की सोच संविधान के खिलाफ
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बीजेपी और संघ की शुरू से ही सोच संविधान और आरक्षण के खिलाफ रही है। चाहे सावरकर रहे, गुरु गोलवलकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी हो या खुद मोहन भागवत जी। सभी बार-बार आरक्षण के खिलाफ बोल चुके हैं। यह लोकसभा में भी 400 सीट इसलिए चाहते थे कि संविधान को बदल दें, जो देश की जनता ने होने नहीं दिया।
धक्कामुक्की कांड केवल स्वांग
उन्होंने यह भी कहा कि संसद परिसर में धक्कामुक्की कांड मात्र स्वांग है। वह जानबूझकर अस्पताल में भर्ती हुए और केस दर्ज कराया गया। हम रोज प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन जिस तरह बीजेपी ने प्रदर्शन किया उसी दिन क्यों यह कांड हुआ। जार्ज सोरोस के गांधी परिवार के संबंध पर वह बोली कि उन 96 के बूढे व्यक्ति से इस देश को क्या फर्क पड़ता है, फर्क पड़ता है तो गौतम अडानी से, लेकिन उसे बचाने के लिए संसद में कोई चर्चा ही नहीं होती है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, हर्ष जैन व अन्य उपस्थित थे।
हैंडबैग राजनीति जारी रहेगी
वहीं संसद में प्रियंका गांधी के फिलिस्तीन समर्थन और फिर बांग्लादेशी हिंदूओं के समर्थन वाले हैंडबैग पर वह बोली कि यह उनका अधिकार है कि वह क्या पहने और कैसा हैंडबैग ले, यह संविधान उन्हें अधिकार देता है। फिलिस्तीन का समर्थन तो हमेशा भारत सरकार ने किया है, वहीं बांग्लादेशी हिंदुओं पर 2200 हमले हुए हैं, बीजेपी सरकार क्यों चुप है। इसी तरह वह मणिपुर मामले में भी कुछ नहीं बोलती है।
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