बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ( Pandit Dhirendra Krishna Shastri ) ने छतरपुर में नवरात्रि पर बड़ा संकल्प दिलाया है। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा की प्रतिमा रखने से कुछ नहीं होता। हमें इस नवरात्रि में संकल्प लेना होगा कि कोई भी अगर हमारी बेटियों की तरफ उंगली उठाता है तो वह उंगली तोड़ देनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि मैं माता दुर्गा की प्रतिमा रखने का विरोध करता हूं। मैं भी अपने धाम में मां की प्रतिमा रखूंगा। उनकी पूजा करूंगा, लेकिन सही मायने में शक्ति की उपासना का अर्थ तभी होगा, जब हम बेटियों की प्रति सुरक्षा के भाव से संकल्पित हो।
उंगली तोड़ देंगे
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि देवी की मूर्ति रखना तब सफल है जब प्रत्येक बेटी के ऊपर उठने वाली उंगली तोड़ दें। नौ दिनों तक दुर्गा माता-दुर्गा माता का जाप करने वाले लोग, दसवें दिन मुर्गा-मुर्गा चिल्लाने लगते हैं। उन्होंने कहा कि अपने सनातन के लिए हम सब खुलकर बोलें और आरोपियों को सबक सिखाएं।
नवरात्रि में मानवद्रोही ताकतों
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि नवरात्रि का पर्व शक्ति उपासना का पर्व है। इस महापर्व पर हमें राष्ट्रद्रोही और मानवद्रोही ताकतों से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हर गांव में सनातन धर्म ( Sanatan Dharma ) और परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए रामलीलाओं का मंचन किया जाता है। लोगों को रामलीला मंडलियों का उत्साह बढ़ाने के लिए रामलीला ( Ramlila ) आयोजन स्थल पर जाना चाहिए।
सुरक्षा की जिम्मेदारी सबकी
बागेश्वर धाम ( Bageshwar Dham ) के पीठाधीश्वर ने दुकानदारों को पांच संकल्प दिलाए। उन्होंने कहा कि सैकड़ों होम स्टे और ढाबा धाम में बन गए हैं। यहां ठहरने वाले लोगों की सुरक्षा पर संचालक ध्यान दें। धाम की पवित्रता बररकरार रहे, स्वास्थ्य और स्वच्छता को ध्यान देकर समय से कार्य करें। दुकानदार स्वयं मादक पदार्थों की जांच के लिए आगे आएं। सुरक्षा की जिम्मेदारी किसी एक की नहीं बल्कि सबकी है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक