देश भर में जंगल का रकबा कम हो रहा है। पेड़ कट रहे हैं। इसके कारण पशु पक्षियों को सरवाइव करना मुश्किल हो गया। इसी बीच महाकाल नगरी उज्जैन से एक अच्छी खबर सामने आ रही है।
दरअसल यहां पक्षियों के लिए एक हाईराइज टावर बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक इस टावर में 3000 से अधिक घर बनाए गए हैं। इसी के साथ इन घरों में पक्षियों के रहने खाने के लिए दाना पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
सर्दी गर्मी और बरसात में भी होगा बचाव
सिंधी समाज की ओर सुभाष नगर तालाब के बनाए इस हाईराइज टावर में रहने के साथ ही पक्षी सर्दी गर्मी और बरसात के मौसम में अपना बचाव भी कर सकेंगे। फिलहाल पक्षियों के लिए एक टावर बनाया गया है। लेकिन जल्द से जल्द शहर में ऐसे 50 पक्षी घर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
कितने रुपए हुए खर्च
सुभाष नगर तालाब के पास बने इस पहले पक्षी घर के निर्माण में करीब साढ़े सात लाख रुपए खर्च हुए हैं। वहीं इसके निर्माण में करीब डेढ़ महीने का समय लगा है। इस पक्षी घर की डिजाइन सबसे अहम है।
इसमें प्रयास किया गया है कि रात के समय पक्षी इस ठिकाने में आकर राहत महसूस कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस पक्षी घर के निर्माण में 140 बोरी सीमेंट, बजरी और 1 टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है।
52 फीट ऊंचा है घर
सिंधी समाज के पदाधिकारियों के मुताबिक इस पक्षी घर में एक बार आने के बाद पक्षियों को इधर उधर नहीं भटकना होगा। बल्कि इसमें उन्हें पर्याप्त मात्रा में दाना पानी के साथ सुरक्षा भी मिल जाएगा।
आपको बता दें कि ये घर 52 फीट ऊंचा है। सिंधी समाज से पहले उज्जैन में गुजरात के मोरबी श्रीराम कबूतर घर ट्रस्ट की ओर से मंगलनाथ मंदिर के पास 55 फीट ऊंचा टावर बनाया गया था। इसके अलावा वसंत विहार क्षेत्र में पूर्व पार्षद स्वर्गीय साधना उज्जैनकर उद्यान में भी एक पक्षी घर बनाया गया है।
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