नर्सिंग मान्यता घोटाला : दागी को ही सौंपी रजिस्ट्रार की जिम्मेदारी

नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता घोटाले में जिस पर पूर्व में आरोप लगे थे, सरकार ने उसे ही रजिस्ट्रार बना दिया है। याचिकाकर्ता ने इस मामले में डिप्टी सीएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की है। मामला हाईकोर्ट में चल रहा है।

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Madhav Singh
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नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता घोटाला पिछले 2 सालों से हाईकोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट के आदेश पर सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे। जिसकी जांच चल रही है। इस मामले में जिस पर पूर्व में आरोप लगे थे। उसे ही सरकार ने रजिस्ट्रार बना दिया है। जिसकी शिकायत उप मुख्यमंत्री सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से की गई है। 

जिस पर आरोप उसे ही बनाया रजिस्ट्रार

सरकार ने नर्सिंग काउंसिल का रजिस्ट्रार अनिता चांद को बनाया है। बताते चलें कि इन पर आरोप हैं कि भोपाल के आरकेएस नर्सिंग कॉलेज को साल 2021-22 की मान्यता प्रक्रिया में भौतिक निरीक्षण रिपोर्ट में सूटेबल बताया था, लेकिन हकीकत में आरकेएस नर्सिंग कॉलेज की बिल्डिंग मात्र 5000 वर्गफिट की है, जिसे अनीता चांद ने अपनी इंस्पेक्शन रिपोर्ट में 20 हजार वर्गफिट बताते हुए सूटेबल बता दिया था।

कैसे हुआ खुलासा?

हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता विशाल बघेल ने इस कॉलेज की यथास्थिति कोर्ट को बताई। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर दूसरी जांच टीम भेजी गई, तब सच्चाई का खुलासा हुआ। जांच में कॉलेज अनसूटेबल पाया गया था। उसकी मान्यता भी समाप्त कर दी गई थी। याचिकाकर्ता ने बताया कि इस मामले में दोषी इंस्पेक्टर पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, बल्कि उसे रजिस्ट्रार बना दिया गया। जिसकी शिकायत डिप्टी सीएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से की गई है। 

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कैसे होता है पद का चयन

नियमों के अनुसार उसे ही प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ किया जा सकता है, जिसने शासकीय महाविद्यालय में आचार्य के पद पर 7 वर्ष से अधिक समय तक अपनी सेवाएं दी हों। जबकि अनीता चांद जो कि नर्सिंग ट्यूटर के मूल पद पर हैं। शासकीय नर्सिंग स्कूल छिंदवाड़ा में वह कार्यरत हैं। पिछले सालों में नर्सिंग काउंसिल में मान्यता प्रक्रिया में इंस्पेक्टर के रूप में भी सम्मिलित रही हैं।

पूर्व में हो चुकी है दो रजिस्ट्रारों पर कार्रवाई

बताते चलें कि पूर्व में दो रजिस्ट्रारों पर कार्रवाई हो चुकी है, जिनमें भूतपूर्व रजिस्ट्रार चन्द्रकला दिवगैया और सुनीता सिजु हैं। इसके बाद काउंसिल में रजिस्ट्रार पद की नियुक्त की गई। याचिकाकर्ता की कोर्ट में आपत्ति के बाद 2 दिन में स्टेला पीटर के दागी होने के चलते हटाया गया था। कोर्ट के आदेश के बाद से प्रशासक ही नर्सिंग काउंसिल का काम संभाल रहे थे। लेकिन पिछले दिनों नर्सिंग काउंसिल में नई रजिस्ट्रार अनीता चांद को नियुक्त किया गया है। 

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क्या कहा याचिकाकर्ता ने?

याचिकाकर्ता विशाल बघेल ने कहा कि दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के बजाए उन्हें रजिस्ट्रार बनाया जा रहा है। नर्सिंग काउंसिल में एजेंट और आउटसोर्स कर्मियों द्वारा फर्जी कॉलेजों के संचालकों से मिलकर खूब फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इस मामले में हमने उप-मुख्यमंत्री से शिकायत की है। 

क्या कहा अनीता चांद ने?

इस पूरे प्रकरण में अनीता चांद ने कहा कि मुझ पर लगे आरोप गलत हैं। सत्र 2021-22 मे सूटेबल और अनसूटेबल का क्लॉज था ही नहीं। इसलिए मुझ पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। 

मामले में बोले प्रमुख सचिव 

इस मामले में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव ने कहा कि मुझे मामले की जानकारी प्राप्त हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण को दिखवाता हूं। 

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