ओल्ड डेलियंस एसोसिएशन ( ODA ) इंदौर की पूरी मैनेजिंग कमेटी बिना चुनाव के आम सहमति से तय हो गई है। नाम वापसी के अंतिम दिन चली सारी उठा- पठक और मान मनौव्वल के बाद कई नाम वापस हो गए। हर पद पर एक- एक ही उम्मीदवार होने से बिना चुनाव के सभी निर्विरोध आ गए। वहीं इसी के साथ ही पूर्व विधायक संजय शुक्ला के बेटे सागर शुक्ला की सफल लॉन्चिंग हो गई। वह बिना चुनाव के ही ओडीए में सह सचिव बन गए हैं।
प्रेसिडेंट, सचिव पहले ही आ चुके थे निर्विरोध
इसके पहले फार्म के आधार पर प्रेसिडेंट के लिए पंकज बागडिया निर्विरोध आ गए थे। इस तरह सचिव पद के लिए मयूरध्वज झाबुआ भी इकलौते उम्मीवार रहे। स्पोर्टस सचिव के लिए नितीराज परमार और मीडियो कोर्डिनेटर के पद पर निलेश अग्रवाल भी इकलौते उम्मीदर होकर निर्विरोध हो चुके थे।
पुत्र सागर के पिता संजय शुक्ला ने संभाली थी कमान
इस चुनाव में सभी का ध्यान पूर्व कांग्रेस विधायक और अब कांग्रेस से बीजेपी में आए संजय शुक्ला के बेटे सागर शुक्ला की चुनावी लॉन्चिंग पर था। वह पहली बार वह किसी चुनाव में उतरे थे और पिता संजय शुक्ला चाहते थे वह किसी भी हाल में चुनाव जीते और संभव हो तो निर्विरोध आए।
इसके लिए संजय शुक्ला खासे सक्रिय रहे। सागर ने दो पदों के लिए नामांकन भरा था, एक पद ज्वाइंट सेक्रेट्री (सह सचिव) का तो दूसरा कोषाध्यक्ष का था। ट्रेजरार (कोषाध्यक्ष) पद के लिए सागर ने अन्य को सपोर्ट करते हुए फार्म वापस ले लिया और उधर बदले में सह सचिव पद से विरोधी करण सिगतिया ने नाम वापस ले लिया। इस तरह सागर शुक्ला निर्विरोध सह सचिव पद पर आ गए।
वाइस प्रेसिडेंट पद पर भी बनी सहमति
वाइस प्रेसिडेंट पद के लिए दो उम्मीदवार थे, एक श्रेयस झंवर और दूसरे नवनीत बागरी। इस पद पर भी सहमति बनाने की कोशिश डेली कॉलेज बोर्ड के मेंबर द्वारा कराई गई। इसके बाद झंवर ने नाम वापस ले लिया और बागरी निर्विरोध वाइस प्रेसीडेंट हो गए।
ट्रेजरार पद पर थी चुनाव की आशंका, लेकिन बन गई बात
ट्रेजरार पद के लिए चार उम्मीदवार थे। इसमें सागर शुक्ला के साथ ही करण नरसरिया, अनुराग जैन, नीलेश अग्रवाल के फार्म थे। सागर ने फार्म वापस ले लिया। नीलेश मीडिया कोर्डिनेटर पर निर्विरोध आ चुके थे वह भी नाम वापस ले चुके थे, लेकिन यहां पर अनुराग और करण के बीच में चुनाव संभावित थे। आखिर में बात बन गई और करण भी बाहर हो गए और अनुराग जैन निर्विरोध ट्रेजरार चुन लिए गए।
कार्यकारिणी के 10 पद के लिए 30 सदस्य, लेकिन सहमति बन रही है
कार्यकारिणी के 10 पदों के लिए 30 सदस्यों ने नाम दाखिल किए हैं, लेकिन यहां पर भी सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि यहां पर बोर्ड को पॉवर होते हैं कि वह कुछ सदस्यों को बिना चुनाव के ले सकते है। ऐसे में प्रस्ताव दिए जा रहे हैं कि वह नाम वापस लें ले और उन्हें बिना चुनाव के लिए ले लिया जाएगा।
आखिर में समित देसाई, सौरभ भंडारी, अर्जुन धूपर, रोहन शर्मा, गुनीत चड्ढा, राजवंश भाटिया, शिखर वर्मा, ऋषिका कोठारी, यामिनी छजलानी, संगमित्रा पिपलोदा के नाम पर सहमति बन गई, यह दस सदस्य कार्यकारिणी में रहेंगे।
इन दस पदों के लिए युवराज भल्ला, सौरभ भंडारी, एस सिंह, राधिका अग्रवाल, टी. बडगारा, विवेक पटेल, संचित बावेजा, अजय राठौर, श्रेया पारिख, तेजस झांब, अर्जुन धूपर, कुशल कोठारी, स्मित देसाई, दिशा लुल्ला, देव चावलास राजवंश सिंह भाटिया, यामिनी कुमारी, जान्हवी राजपाल, आदित्य उपाध्याय, शन्याम बोथिया, संदीप कपासिया, विराज गोध्या, रोहन शर्मा, शिकर वर्मा, संगमित्र सिंह, पी पहवा, रिशिका कोठारी, गुनीत चड्ढा, गर्व थरेजा, नितेश नागौरी ने फार्म भरे थे।
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