पंचायत मंत्री ने बंगले में स्वच्छ पानी की बर्बादी रोकने और बाग-बगीचे की सिंचाई के लिए लिया झील से गंदे पानी का नल कनेक्शन

द-सूत्र की टीम ने 74 बंगला पर जब नल कनेक्शनों की पड़ताल की तो सामने आया कि मंत्री-विधायक और अधिकारियों न अपने आवासों पर दो से लेकर तीन नल कनेक्शन लिए है।

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Arvind Sharma
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BHOPAL. राजधानी के सरकारी बंगलों में मंत्री-विधायक और अधिकारी गार्डन की सिचाई के लिए लाखों गैलन स्वच्छ पानी हर रोज बर्बाद कर रहे है। हालात यह है कि केंद्र सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने सरकारी बंगले में तीन-तीन स्वच्छ पानी के नल कनेक्शन लिए है। वहीं दूसरी ओर राजधानी में पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने  स्वच्छ पानी की बर्बादी रोकने के लिए एक अनूठी नजीर पेश की है। उन्होंने एक प्रस्ताव भेजकर झील से कच्चे पानी का नल कनेक्शन लिया है। जिससे हर रोज गार्डन की सिंचाई की जाती है। प्रदेश में कच्चे पानी का पहला नल कनेक्शन प्रोफेसर कालोनी में लिया गया है। उधर द-सूत्र ने जब पानी बर्बादी को लेकर ऊर्जा मंत्री और जलसंसाधन मंत्री से बात की तो उन्होंने कहा कि वह भी जल्द कच्चे पानी का नल कनेक्शन लेंगे।

सिंचाई के लिए नल कनेक्शन 

राजधानी भोपाल में 74 बंगले,श्यामला हिल्स,चार इमली, शिवाजी नगर सहित अन्य सरकारी बंगलों में प्रदेश सरकार के मंत्री-विधायक, सांसद और अधिकारी हर रोज बाग-बगीचा की सिंचाई के लिए हर रोज लाखों गैलन स्वच्छ पानी बर्बाद कर रहे है। हालात यह है कि बंगलों में बगीचा की सिंचाई के लिए अलग-अलग नल कनेक्शन भी लिए है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में स्थित लुटिंयस के सरकारी बंगलों में दो-दो नल कनेक्शन दिए गए है। इसके पीछे की वजह यह है कि वहां पर स्वच्छ पानी पीने के लिए उपयोग किया जाता है, तो वहीं कच्चे पानी के नल कनेक्शन से गार्डन की सिंचाई की जाती है। जिससे वहां स्वच्छ पानी की बर्बादी नहीं होती है। वहीं नजीर प्रदेश सरकार के पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने पेश की है। उनके बंगले पर गंदे पानी से गार्डन की सिंचाई की जा रही है। 

भोपाल में स्वच्छ पानी की बर्बादी

दिल्ली में लुटियंस में स्थित सरकारी बंगलों में दो नल कनेक्शन दिए गए है। यहां पर पीने के लिए अलग नल कनेक्शन है, तो  वहीं गार्डन की सिंचाई के लिए कच्चे पानी का कनेक्शन दिया गया है। वहीं अगर राजधानी भोपाल की बात करें तो सरकारी बंगलों में स्वच्छ पानी की बर्बादी की जा रही है। यहां पर कच्चे पानी का सरकारी बंगलों में कनेक्शन नहीं दिए गए है। जिसकी वजह से स्वच्छ पानी से ही गार्डन की सिंचाई के साथ-साथ वाहनों से धुलाई की जा रही है। हालांकि नगर निगम के अफसरों ने भी माना है कि स्वच्छ पानी की हर रोज राजधानी के बंगलों में बर्बादी हो रही है। 

74 बंगला में 132 स्वच्छ नलों के कनेक्शन

द-सूत्र की टीम ने 74 बंगला पर जब नल कनेक्शनों की पड़ताल की तो सामने आया कि मंत्री-विधायक और अधिकारियों न अपने आवासों पर दो से लेकर तीन नल कनेक्शन लिए है। 132 स्वच्छ पानी के नल कनेक्शन है। उधर चार इमली पर स्थित सरकारी आवासों में भी दो-दो नल कनेक्शन दिए गए हैं। मंत्रियों के आवास के नल कनेक्शनों का बिल लोकनिर्माण विभाग जमा करता है। लोकनिर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने भी माना है कि स्वच्छ पानी से बंगलों में बने गार्डन की सिचाई की जाती है। 

एक हजार लीटर पर देने होंगे 3 रुपए 90 पैसे का बिल

नगर निगम जलशाखा भोपाल के कार्यपालन यंत्री जेड.ए.खान ने कहा कि राजधानी में कच्चा पानी का एक ही नल कनेक्शन पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल के बंगले में पिछले दिनों किया गया है। एक हजार लीटर कच्चे पानी की सप्लाई के बाद 3 रुपए 90 पैसे का बिल आता है। जबकि एक हजार लीटर स्वच्छ पानी का बिल 17 रुपए 60 पैसे है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रस्ताव आया था। जिसके बाद प्रोफेसर कॉलोनी स्थित प्रहलाद पटेल के बंगले में झील से कच्चे पानी का कनेक्शन किया गया है। आगामी दिनों में अगर अन्य मंत्रियों के प्रस्ताव आते हैं, तो उनके यहां भी कच्चे पानी का कनेक्शन दिया जा सकता है। 

भोपाल में 2.70 लाख स्वच्छ पानी के नल कनेक्शन

नगर निगम के अफसरों का कहना है कि भोपाल में स्वच्छ पानी के 2.70 लाख नल कनेक्शन है। जबकि कच्चे पानी का इकलौता नल कनेक्शन पंचायत मंत्री ने लिया है। वहीं निगम अफसरों ने भी माना है कि अगर कच्चे पानी के सरकारी बंगलों में नल कनेक्शन हो जाते है। तो पानी की बर्बादी पर रोक लग जाएगी।


 

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