बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातनियों को एक करने के लिए जल्द पैदल यात्रा करेंगे। उन्होंने वक्फ बोर्ड को लेकर भी कहा कि कि मनमानी करने वालों की अब नहीं चलेगी, कुछ लोगों ने देश में अति मचा रखी है। दरअसल, यह बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने रविवार 15 सितंबर को इंदौर से उज्जैन के लिए रवाना होने से पहले कही है। इस दौरान उनके साथ नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी नजर आए।
यह भी बोले पंडित शास्त्री
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से एयरपोर्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि इंदौर आकर अच्छा लगा। सियाराम की जय, बागेश्वर धाम की जय और इंदौरवासियों की भी जय। यहां से उज्जैन जा रहे हैं, जितने भी इंदौर वाले प्रियजन है भगवान बागेश्वर बालाजी उन सभी का मंगल करें। पंडित शास्त्री ने कहा कि अब अति मचाने वालों की भारत में मनमानी नहीं चलेगी।
कब करने वाले हैं बागेश्वर धाम पैदल यात्रा
पंडित शास्त्री ने हिंदुओं की एकता के लिए संकल्प लिया हुआ है। बागेश्वर धाम तीर्थ क्षेत्र से ओरछा रामराजा सरकार की नगरी तक पैदल यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा 8 दिन की होगी। धीरेंद्र शास्त्री गांव-गांव में रुकेंगे और एकता का संदेश देंगे। वह 21 से 30 नवंबर तक पैदल यात्रा करेंगे, जो भी इस यात्रा में शामिल होंगे उन्हें पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
हर दिन 20 किमी चलेगी यात्री
21 नवंबर से रामराज की नगरी ओरछा के लिए शुरू होने वाली पैदल यात्रा रोजाना 20 किलोमीटर का सफर तय करेगी। बागेश्वर सरकार एक बड़ा भगवा केसरिया ध्वज लेकर यात्रा के आगे-आगे चलेंगे और फिर इसे राम राजा सरकार के मंदिर पर विधि विधान के साथ अर्पित करेंगे। यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। इसके साथ ही भक्तों को साथ में कंबल, थाली और बिस्तर लेकर चलना होगा। वहीं जितने लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा, उस हिसाब से रोजाना भोजन बनेगा।
बांग्लादेश की हालत देख कर रहे यात्रा
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बताया था कि बांग्लादेश की स्थिति को देखकर मन बहुत खिन्न हुआ है। आगे के लिए हमें अभी से तैयार होना पड़ेगा, इसलिए सभी सनातनियों को एक करने के लिए यात्रा कर रहे हैं।
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