रामकृष्ण गौतम @BHOPAL.
IPL के 17वें सीजन में पंजाब किंग्स ( PBSK ) के धाकड़ बल्लेबाज शशांक सिंह ( Shashank Singh ) ने 'द सूत्र' से बातचीत में बड़ा खुलासा किया है। शशांक ने अपने खेल कौशल, पावर हिटिंग, ट्रोलिंग और मोटिवेशन पर खुलकर अपनी बात रखी।
द सूत्र के न्यूज रूम में शशांक ने सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। आईपीएल में मध्यप्रदेश की टीम होने के सवाल पर शशांक ने कहा कि भविष्य में यदि एमपी की टीम बनती है तो उसका नाम भोपाल ब्लास्टर रखा जा सकता है।
पढ़िए शशांक से हुई खास बातचीत...
- सवाल: भोपाल से आपका कैसा कनेक्शन है, आप कैसे आगे बढ़े?
शशांक: मेरे पापा आईपीएस शैलेष सिंह भोपाल में पदस्थ है। उनका सपना था कि मैं क्रिकेटर बनूं। उन्होंने मेरे लिए काफी प्रयास किए। पापा ही मेरे सबसे बड़े प्रशंसक हैं। मैं बड़े खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस करता था। ये सभी खिलाड़ी तेज बॉल डालते थे। यहीं से मेरा फास्ट बॉलर्स के बारे में नजरिया बदला और फास्ट बॉलर्स को अच्छे से खेलना सीखा। दूसरा, सभी को अपने होम टाउन से लगाव होता है। मैं भोपाल का हूं और यहीं रहूंगा। - सवाल: आपके कॅरियर की शुरुआत कैसे हुई, क्या कुछ मुश्किलें आईं?
शशांक: मैं पहले भोपाल में खेला, लेकिन टीम में जगह नहीं बनी। फिर मुंबई गया और वहां संघर्ष किया। 4-4 घंटे नेट्स प्रैक्टिस की। लक साथ नहीं दे रहा था। फिर छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन ने मुझ पर भरोसा जताया और यहीं से मेरे कॅरियर को ग्रोथ मिली। इसके लिए छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोएिशन का धन्यवाद कहूंगा। आगे भी वहीं से खेलते रहना चाहूंगा। - सवाल: क्या यह सच है कि पंजाब की टीम ने auction में आपको गलती से खरीदा था?
शशांक: नहीं, ये सच नहीं है। मैं ही रियल शशांक था। हमेशा से टीम मैनेजमेंट के रडार में मैं ही था। जो दूसरा शशांक है, वो एक अंडर 19 का खिलाड़ी है। वो बहुत टेलेंटेड होगा, लेकिन मेरी उनसे कभी मुलाकात नहीं हुई। अभी उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट भी नहीं खेला है। निश्चित तौर पर वो आगे जाएंगे। auction में ये technical glitch ही था, जिससे गफलत की स्थिति बनी। कभी—कभी होता है कि दो लोग एक ही नाम के आ जाते हैं। जैसे मेरा और उस शशांक का नाम सेम ही है। मुझे हमेशा से पता था कि ये टीम मेरे साथ जाएगी और हुआ भी ऐसा ही। प्रीति मैम (प्रीति जिंटा) ने मेरे लिए पोस्ट डाला था, यह किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी बात होती है।
- सवाल: आप पॉवर हिटिंग कैसे कर पाते हैं? कहां से सीखा ये हुनर?
शशांक: जब मैं सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में चुना गया, तब मेरे खेल की स्टाइल बदली। तब सनराइजर्स हैदराबाद के बैटिंग कोच ब्रायन लारा ने मेरी बैटिंग पर काम किया। उन्होंने मुझे पॉवर हिटिंग को कहा। हर दिन कम से कम 2-2 घंटे बैटिंग कराई। उसी का नतीजा है कि मैं आईपीएल-17 में पंजाब की ओर से खेलते हुए बिंदास बैटिंग कर सका। - सवाल: सैम करन और शिखर धवन...कौन बेहतर कप्तान है?
शशांक: दोनों की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। दोनों की अपनी विशेषताएं हैं। किसी कम और किसी को ज्यादा आंकने का सवाल ही नहीं होता। दोनों अच्छे कप्तान होने के साथ अच्छे इंसान भी हैं। - सवाल: यदि भविष्य में आईपीएल में मध्यप्रदेश की टीम बनती है तो उसका नाम क्या होना चाहिए?
शशांक: मुझे लगता है कि यदि ऐसा होता है शहर के नाम से एमपी की टीम का नाम होना चाहिए। भोपाल ब्लास्टर नाम हो सकता है। हालांकि इसमें और भी कई नाम हो सकते हैं, लेकिन मुझे यह ज्यादा पसंद है। - सवाल: यदि एमपी की टीम बनी तो क्या आप उसका हिस्सा होंगे? क्या कप्तान भी हो सकते हैं?
शशांक: ये तो भविष्य की बात है। हालांकि यह जरूर है कि यदि ऐसा होता है तो मैं अपने स्टेट की टीम का हिस्सा जरूर होना चाहूंगा। दूसरा, रहा सवाल कप्तान बनने का तो यह कहना अभी तो मुश्किल होगा।
इसी के साथ शशांक ने ढेर सारी बातें की...
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शशांक ने बनाए 354 रन
आपको बता दें कि बल्ले से धूम मचाने वाले शशांक सिंह राजधानी भोपाल के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईपीएल सीजन के सभी लीग मैच खेले हैं। आईपीएल-17 के 14 लीग मैचों में पंजाब के लिए उन्होंने 354 रन बनाए। वे प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे। वे भोपाल के तीसरे आईपीएल प्लेयर हैं। उनसे पहले मोहनीश मिश्रा, अजितेश अर्गल आईपीएल में भोपाल का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
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