सिवनी निवासी नर्सिंग छात्रा आकांक्षा साहू ने सत्र 2022-23 में हुए प्री नर्सिंग सिलेक्शन की परीक्षा दी थी। इस परीक्षा के परिणाम को घोषित करने के लिए आकांक्षा ने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। गुरुवार 12 सितंबर को इस मामले की सुनवाई एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की युगलपीठ में हुई। पिछले मामले की सुनवाई पूरी होने तक नर्सिंग छात्रों को साल 2022 के परीक्षा परिणाम के लिए इंतजार करना होगा।
- गर्भकाल …
- मोहन यादव सरकार के नौ माह और आपका आंकलन…
- कैसी रही सरकार की दशा और दिशा…
- आप भी बताएं मोहन कौन सी तान बजाएं….
- इस लिंक पर क्लिक करके जानें सबकुछ…
https://thesootr.com/state/madhya-pradesh/cm-mohan-yadav-garbhkal-the-sootr-survey-6952867
मामला लंबित होने के कारण खारिज हुई याचिका
हाईकोर्ट में हुई पिछली सुनवाई के दौरान यूनिवर्सिटी और मेडिकल काउंसिल की ओर से कोई पक्ष न आने के कारण कोर्ट ने उन्हें उपस्थित होने के लिए आदेशित किया था। आदेश के अनुसार मेडिकल काउंसिल की सेक्रेटरी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट के समक्ष पेश हुई। अभियोजन पक्ष ने कोर्ट को या बताया कि इस मामले में पहले से ही स्थगन आदेश मिला हुआ है इसलिए विश्वविद्यालय के द्वारा यह परिणाम घोषित नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने सुनवाई के बाद यह कहा कि इस मामले में ग्वालियर हाईकोर्ट के द्वारा स्टे आर्डर दिया जा चुका है। एक जनहित याचिका जबलपुर हाईकोर्ट में भी लंबित है। तो इस मामले में अदालत के आदेश के विरुद्ध आदेश जारी नहीं किया जा सकता और हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार ही अभी इस परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं किये जा सकते। इसके साथ ही कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है।
66 हजार स्टूडेंट्स ने दी थी प्रवेश परीक्षा
शासकीय नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए पीईबी द्वारा सत्र 2022-2023 के लिए 2023 में परीक्षा ली गई थी। लगभग 66 हजार स्टूडेंट्स ने प्रवेश परीक्षा दी थी। लेकिन 1 साल बाद भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किए गए, जिस वजह से छात्र-छात्रों को कॉलेज में प्रवेश के लिए अभी तक इंतजार करना पड़ रहा है।परिणामों की घोषणा में हुई देरी से परेशान छात्र-छात्राओं ने भोपाल सहित कई जगहों पर प्रदर्शन भी किया है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक