मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट 23 जुलाई को आने वाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को अपना लगातार सातवां बजट पेश करने वाली हैं। आम चुनावों के बाद आने वाले इस बजट में सरकार की घोषणाओं पर सबकी नजर बनी हुई है। इसी बीच सीहोर जिले के चंदेरी, रामाखेड़ी, ढाबला के किसानों ने अनुठे तरीके से अपनी मांग रखी है।
लहंगे गीत गाकर रखी मांग
सीहोर जिले के ग्राम चंदेरी, रामाखेड़ी, ढाबला के किसानों ने लहंगे गीत गाकर 23 जुलाई को लोकसभा में पेश होने जा रहा है बजट को किसानों के लिए किसान सम्मान निधि 10 हजार देने और हर एक किसान को फसल बीमा का लाभ देने की मांग रखी है। साथ किसान क्रेडिट कार्ड की राशि बढ़ाने, फसल का सही दाम दिलाने एवं किसानों को पेंशन राशि दिए जाने को कहा गया है। किसानों की बगैर अनुमति ग्रामीण किसानों की कृषि भूमि को अधिग्रहण नहीं करने की मांग कुलासी नदी किनारे किसान व समाजसेवी एम.एस. मेवाड़ा के नेतृत्व में रखी है।
किसानों की मांग पूरी की जाए
ग्रामीण किसानों द्वारा पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए आज गुरु पूर्णिमा के दिन कुलसी नदी में पानी में खड़े होकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीएम मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री से अनोखे तरीके से मांग की है। साथ ही किसानों का कहना है कि 23 जुलाई को बजट में जो मांग किसानों ने रखी है वह पूरी की जाए।
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किसान हुए शामिल
इस अवसर पर किसान अचल सिंह, दौलत सिंह, मोतीलाल, कुमेर सिंह, फूल सिंह, मिसरी लाल, बाबूलाल, हेमराज, महेश, प्रकाश, संजू , राहुल, स्वरूप सिंह, बाबूलाल मेवाड़ा, हेमराज मेवाड़ा, मोहन मेवाडा, महेश, राम चरण मेवाड़ा सहित ग्राम चंदेरी, ढाबला, रामाखेड़ी, रलावती के किसान शामिल हुए।
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