INDORE. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय DAVV के दीक्षांत समारोह के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि यह मां अहिल्या का ही प्रताप है कि यहां पर बेटों से ज्यादा बेटियों को पदक मिले हैं। ऐसा नहीं है कि मैं बेटों को बधाई नहीं दे रही हूं, लेकिन देश के विकास और 2047 में भारत को सबसे अग्रणी देश में लाने के लिए देश की आधी आबादी को सशक्त करना और आगे बढ़ाना जरूरी है।
देश में सफाई में सात बार नंबर वन आना असाधारण
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सफाई में लगातार सात बार नंबर वन आकर यहां के लोगों ने उदाहरण पेश किया है। इंदौर शहर को इसके लिए बधाई। उन्होंने कहा कि खुशी है कि मां अहिल्या के नाम पर यह विश्वविद्यालय है, उनकी 300वीं जयंती भी मनाई जा रही है। उन्होंने अपने जीवन में शिक्षा और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने कुशल प्रबंधन के कई मानक स्थापित किए।
सुमित्रा महाजन की तारीफ की
राष्ट्रपति ने पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन की तारीफ की और उन्हें सभी का अतिप्रिय बताया। साथ ही कहा कि उनके काम सभी के लिए प्रेरणा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि सभी परिजन, बेटियों, मां, बहनों की शिक्षा और आत्मनिर्भर बनने में मदद करेंगे. तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा। जैसा पीएम का नारा है सभी का साथ, सभी का विकास और सभी का प्रयास यह जरूरी है।
राज्यपाल और सीएम ने यह कहा
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि मैं 40 बार इंदौर आ चुका हूं, लेकिन कभी भी कचरा नहीं दिखता है हर समय सफाई कर्मी काम में लगे होते हैं। सफाई अब इंदौर के लोगों की सोच और दिल में हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मां अहिल्या का जीवन सभी के लिए प्रेरणा है। उनके काम युगों युगों तक याद किए जाएंगे। ऐसा ही राष्ट्रपति का जीवन है, वह कठिन दौर से निकल आई है और शिक्षा पर हमेशा ध्यान दिया है। उनके आने से आज का दीक्षांत समारोह धन्य हुआ।
कार्यक्रम में यह भी रहे उपस्थित
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सावित्री ठाकुर के साथ ही मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट, इंदर सिंह परमार के साथ ही अन्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम को कुलगुरू डॉ. रेणु जैन ने भी संबोधित किया और छात्रों को शपथ दिलवाई।
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