राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार, 19 सितंबर को उज्जैन में स्वच्छता मित्रों के सम्मान समारोह में शिरकत कर सफाई मित्रों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे का वर्चुअल भूमिपूजन भी किया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने अपनी उज्जैन यात्रा के दौरान यहां की सांस्कृतिक और सभ्यता की परंपरा की सराहना की। उन्होंने उज्जैन को अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केंद्र बताते हुए स्वच्छता अभियान को सराहा। कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अपने संबोधन की शुरुआत और अंत जय महाकाल के जयघोष के साथ किया। उज्जैन में होटल रुद्राक्ष में आयोजित सफाई मित्र सम्मेलन में उन्होंने पांच सफाई मित्रों को सम्मानित किया।
इन्हें किया सम्मानित
अनीता चावरे (वार्ड 38, जोन 5), किरण खोड़े (वार्ड 14, जोन 2), शोभा घावरी (वार्ड 33, जोन 3), रश्मि टांकले (वार्ड 13, जोन 1), गोपाल खरे (वार्ड 47, जोन 6)
महाकाल मंदिर में राष्ट्रपति की पूजा और सफाई
राष्ट्रपति मुर्मू ने इससे पहले महाकाल मंदिर में पंचामृत अभिषेक पूजन कर महाकाल लोक का अवलोकन किया। मंदिर परिसर में झाड़ू लगाकर स्वच्छता अभियान की भावना को मजबूत किया। उन्होंने मंदिर में 28 मिनट बिताए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव व राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी उपस्थित रहे।
फूलों की रिसाइक्लिंग देखी
राष्ट्रपति ने मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले फूलों को रिसाइकिल कर बनाई जाने वाली पूजन सामग्री की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। कंपनी की प्रतिनिधि दीपाली अरोरा से बात कर फूलों की रिसाइक्लिंग और वेतन के बारे में जानकारी ली।
उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे प्रोजेक्ट
राष्ट्रपति ने 1692 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे का वर्चुअल भूमि पूजन किया। इस प्रोजेक्ट के तहत 55 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो वर्तमान में 60-70 मिनट लगने वाले सफर को घटाकर 35-40 मिनट कर देगी। इस हाईवे में 3 फ्लाईओवर और 6 अंडरपास बनाए जाएंगे।
सीएम और राज्यपाल ने किया संबोधित
इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन हाईवे की महत्वता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह हाईवे न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि मध्यप्रदेश के पर्यटन, सामाजिक और धार्मिक विकास को भी गति देगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश की स्वच्छता उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि राज्य ने स्वच्छ भारत अभियान में देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इंदौर ने सात बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता है और भोपाल को सबसे स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार मिला है, जो राज्य के लिए गर्व की बात है।
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