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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कोलार स्थित दानिश हिल्स में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण, मारपीट और फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। इस मामले में कोलार पुलिस थाना में प्रॉपर्टी डीलर नितेश ठाकुर की पत्नी ऋचा ठाकुर ने शिकायती आवेदन दिया कि आरोपियों ने 10 करोड़ की फिरौती मांगी थी। साथ ही अपहरणकर्ता को 30 लाख रुपए देने की बात भी कही है। अपहरण और फिरौती की साजिश भोपाल में रची गई थी। इसमें करीब 10 से 15 बदमाशों ने हथियार और लाइसेंसी बंदूक की नोक पर बंधक बनाकर ग्वालियर, भिंड और यूपी में रखा था। इस पूरे अपहरण कांड में पुलिस कॉन्स्टेबल हेमंत चौहान उर्फ हनी की मुख्य भूमिका होने के आरोप भी हैं क्योंकि हेमंत चौहान ने इस कांड में हर जगह अपनी पुलिस आईडी का उपयोग किया था
ये है पूरा मामला
डीलर नितेश ठाकुर की पत्नी ऋचा ठाकुर का कहना है कि संजय राजावत मेरे पति के परिचित हैं, उन्होंने पहले भी मेरे पति के साथ कुछ जमीनों के सौदे किए हैं। संजय राजावत के साथ उनके परिचित पंकज परिहार, हेमंत चौहान उर्फ हनी, अन्नू राजावत और आकाश राजावत हमारे घर और ऑफिस में आते-जाते थे, इसलिए इन सभी लोगों से हमारी जान-पहचान है। करीब एक महीने पहले मेरे पति ने बिलखिरिया खुर्द भोपाल स्थित 14.77 एकड़ जमीन रुद्राक्ष बिल्डर (देवेंद्र चौकसे) को बेची थी और इसमें आने वाले पैसों की जानकारी संजय राजावत, पंकज परिहार, हेमंत चौहान, ओम राजावत उर्फ अन्नू और आकाश राजावत को थी। संजय राजावत इस जमीन के पैसों में से हमसे 10 करोड़ रुपए का हिस्सा मांग रहे थे।
पैसे देने मना किया
ऋचा ठाकुर का कहना है कि संजय राजावत या उसका कोई भी आदमी इस जमीन में मेरे पति का पार्टनर नहीं था इसलिए वो लोग जमीन के सौदे के दौरान एक या दो बार ही मेरे पति के साथ गए थे। साथ जाने के कारण कारण संजय राजावत हमसे जबरन 10 करोड़ रुपए की मांग कर रहा था। हमने पैसे देने से मना कर दिया था। इसी बीच 20 अक्टूबर 2024 को पंकज परिहार हमारे बंजारी स्थित ऑफिस में आया और संजय पर 10 करोड़ रुपए देने का दबाव बनाने लगा। जब हमने पैसे देने से मना कर दिया तो काफी बहस के बाद पंकज ने मेरे पति से कहा कि ठीक है ये संजय और तुम लोगों के बीच का मामला है इसे सुलझा लो।
बैंकॉक ले जाने बहाने की किडनैपिंग
इसके बाद पंकज ने मेरे पति को बैंकॉक चलने के लिए मना लिया। इस पर मेरे पति नितेश पंकज की बातों पर विश्वास करके 22 अक्टूबर को पंकज परिहार के साथ बैंकॉक चले गए। बैंकॉक से लौटने के बाद 27 अक्टूबर को नितेश ने दिल्ली से मुझे फोन कर बताया कि वह पंकज के भतीजे अंकित परिहार की सगाई में दिल्ली से ग्वालियर जा रहा है। 27 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे मैंने फोन किया तो नितेश का फोन बंद था। उसी रात हेमंत चौहान उर्फ हनी ने फोन कर नितेश से बात कराई। 28 अक्टूबर की सुबह करीब 9 बजे मेरे पति ने अपने मोबाइल से मुझे व्हाट्सएप मैसेज भेजे, जिसमें उन्होंने लिखा कि वह पंकज के गांव पिपरौली गढ़िया (यूपी) में हैं और पैसों का इंतजाम करने का मैसेज भेजते हुए फोन करने से मना कर दिया और अस्पष्ट अंग्रेजी हस्ताक्षर में पंकज, हनी और संजय का नाम लिखकर अपने साथ कुछ गलत होने की आशंका जताई। मैंने मैसेज के स्क्रीनशॉट आवेदन के साथ संलग्न किए हैं। 28 अक्टूबर को ही शाम करीब 7 बजे संजय सिंह राजावत ने मेरे पति के फोन से व्हाट्सएप कॉल करके मुझसे कहा कि वह अपने भाई आकाश को मेरे पास भेज रहा है और मैं उसे 30 लाख रुपए दे दूं। जब मैंने मना किया तो संजय सिंह राजावत ने मुझे यह कहकर धमकाया कि भाभी आपके पति दो दिन से हमारी हिरासत में हैं, अब समझ लो कि अगर आपने पैसे नहीं दिए तो हम नितेश को जान से मार देंगे।
कार नंबर MP 04-CL-8590 से लेकर गए रुपए
ऋचा ठाकुर ने कहा कि मेरी बात नितेश ने कराई तो नितेश ने डरे हुए लहजे में रोते हुए मुझसे कहा कि पैसे संजय के भाई को दे दो नहीं तो ये लोग मुझे मार देंगे। तब मैंने कहा कि ठीक है मैं पैसे दे रही हूं, तुम नितेश के साथ कुछ मत करना, उसे अकेला छोड़ दो। उसी दिन शाम करीब 7.30 बजे आकाश राजावत काले रंग की महिंद्रा रेक्सटन कार एमपी MP 04-CL-8590 से सर्वधर्म कोलार रोड स्थित आदिनाथ ज्वेलर्स पर आया और मेरे कर्मचारी अतुल बघेल के मोबाइल नंबर पर कॉल कर लोकेशन बताई जिस पर मैं अपने कर्मचारी अतुल बघेल के साथ आदिनाथ ज्वेलर्स गई और आकाश राजावत को उसकी कार से 30 लाख रुपए दिए। उसे पैसे देते समय मैंने अपनी बहन जूही गौर से अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनवाया जो मेरे पास सुरक्षित है।