- सोम डिस्टलरी के बिजनेस पार्टनर ने की सुसाइड
- सोम डिस्टलरी के संचालकों पर लगे गंभीर आरोप
- वीडियो में पार्टनरशिप के पैसे नहीं देने और कर्ज में डूबे होने की बात का किया जिक्र
- मृतक राधेश्याम सेन ने सुसाइड से पहले बनाया था वीडियो
- शुक्रवार को राधेश्याम सेन ने कार में जहर खाकर किया था सुसाइड
- सुसाइड से पहले वीडियो बनाकर पत्नी को भेजा था
- मामले में टीटी नगर थाना पुलिस कर रही है जांच
भोपाल के नीलबड़ में रहने वाले 52 वर्षीय राधेश्याम सेन ने कार में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले उन्होंने पत्नी नीता को वीडियो मैसेज भेजा था। इसमें उन्होंने सोम डिस्लरीज के मालिक ( Som Distillery operators) जगदीश अरोरा, अनिल अरोरा और अजय अरोरा पर धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं। वीडियो में अरोरा बंधुओं द्वारा खुद को सॉरबिन कंपनी में 2003 के बाद पार्टनरशिप दिए जाने और इसके बाद पेमेंट नहीं किए जाने की बात कही है।
पहले वह वीडियो देखिए…
बिजनेस पार्टनर ने की सुसाइड, मौत से पहले सोम डिस्टलरी के संचालकों पर लगाए गंभीर आरोप
— TheSootr (@TheSootr) May 11, 2024
भोपाल के नीलबड़ में रहने वाले 52 वर्षीय राधेश्याम सेन ने कार में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले उन्होंने पत्नी नीता को वीडियो मैसेज भेजा था। इसमें उन्होंने सोम डिस्लरीज के मालिक जगदीश… pic.twitter.com/aM9adqSmZX
क्या है पूरा मामला
टीटी नगर पुलिस के मुताबिक, नीलबड़ में रहने वाले राधेश्याम सेन ने आनंद विहार स्कूल के नजदीक कार में जहर खा लिया था। उन्होंने सुसाइड से पहले पत्नी नीता सेन को वीडियो मैसेज भेजा था। इसमें खुद को सॉरबिन कंपनी में 2003 के बाद पार्टनरशिप दिए जाने और इसके बाद पेमेंट नहीं किए जाने की बात कही है। कंपनी का संचालक जगदीश अरोरा, अनिल अरोरा और अजय अरोरा को बताया है। बता दें कि यह तीनों शराब का व्यापार करने वाली कंपनी सोम डिस्टलरी के संचालक हैं।
अपनी मौत से ठीक पहले बनाए वीडियो में राधेश्याम सेन कह रहे हैं कि कंपनी में 2003 में पार्टरनिशप देने के बाद 2021 तक उनको पेमेंट ही नहीं किया गया। 2022 में कंपनी के संचालकों ने 15 लाख रुपए देकर चुप करा दिया कि आगे कार्रवाई नहीं करोगे। राधेश्याम को इसकी शिकायत रातीबड़ थाने में करना पड़ी। वीडियो के आखिर में राधेश्याम सेन ने गुहार लगाई है कि उनके बच्चों को कर्ज मुक्त कराया जाए। ऐसे उद्योगपतियों को सजा दी जाए।
शुक्रवार को दर्ज हुई थी गुमशुदगी
पुलिस ने बताया कि राधेश्याम सेन के बेटे ने पिता की गुमशुदगी 10 मई की सुबह करीब 11 बजे दर्ज कराई थी। नीता सेन ने मैसेज की जानकारी बच्चों को दी थी। पिता नहीं मिले, तो गुमशुदगी दर्ज करवाई। इस मामले में बड़े लोगों के नाम सार्वजनिक होने के बाद भी पुलिस ने फिलहाल चुप्पी साधी हुई है। नाम न छापने की शर्त पर अधिकारियों ने बताया कि वह पूरी जांच करने के बाद ही कार्रवाई को आगे बढ़ाएंगे।
बड़े सवाल अभी भी बाकी
अरोरा बंधु मुख्य रूप से सोम डिस्लरीज के संचालक के रूप में जाने जाते हैं। हालांकि उनके कई और भी बिजनेस हैं। सॉरबिन कंपनी क्या है और यह सोम डिस्लरीज से सीधे तौर पर कैसे जुड़ी हुई है, इस बारे में अभी जानकारी आना बाकी है।