उज्जैन में हर त्योहार को बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हर छोटे- बड़े पर्व की शुरुआत महाकाल मंदिर से होती है। इसी के साथ अब जल्द ही रक्षाबंधन ( Raksha Bandhan ) का त्यौहार भी आने वाला है। हर वर्ष की तरह इस साल भी राखी का त्योहार उज्जैन वासियों के लिए बेहद ही खास होने वाला है।
दरअसल इस साल श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण पूर्णिमा पर महाकाल ( Mahakal ) को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा। इतना ही नहीं सुबह होने वाली भस्म आरती ( Bhasma Aarti ) के दौरान बाबा महाकाल को सबसे पहले राखी बांधी जाएगी। फिर आरती के बाद से ही श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद का वितरण शुरू होगा।
वर्षों से चली आ रही परंपरा
आपको बता दें कि श्रावण की पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा। श्रावण पूर्णिमा पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर ( Mahakaleshwar Temple ) में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को असंख्य बेसन के शुद्ध घी से निर्मित लड्डुओं का महाभोग लगाया जाता है।
यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इसी के साथ इस बार भी पुजारी परिवार द्वारा राजाधिराज महाकाल को लड्डुओं का महाभोग अर्पण किया जाएगा।
सबसे पहले राखी बांधी जाएगी
वहीं परंपरा के अनुसार राजा महाकाल को सबसे पहले राखी बांधी जाती है। फिर भस्मारती में बाबा महाकाल ( Baba Mahakal ) को महाभोग लगाने के बाद से ही दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को लड्डू प्रसाद वितरित किया जाएगा।
बाबा महाकाल के भक्त पूर्णिमा पर लगने वाले महाभोग प्रसाद में पूर्ण रूप से सहयोग करते हैं। जानकारी के मुताबिक इसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई है। मंदिर परिसर में महाभोग प्रसाद को लेकर बैनर-पोस्टर भी लगाए गए हैं।
महाकाल की पांचवी सवारी
पूर्णिमा पर सोमवार का संयोग होने से भगवान महाकाल की पांचवीं सवारी भी इसी दिन शाम 4 बजे मंदिर प्रांगण से निकाली जाएगी। राजा महाकाल प्रजा का हाल जानने और दर्शन देने के लिए चांदी की पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में निकलेंगे।
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