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आमीन हुसैन : मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में इन दिनों पुलिस परिवारों में खुशियां देखने को मिल रही हैं। पहले रतलाम एसपी अमित कुमार ने जिले भर के पुलिस कर्मियों के लिए जन्मदिन पर एक दिन का विशेष अवकाश देने की घोषणा की और पुलिस कर्मियों को उनके जन्मदिन पर छुट्टियां देने की शुरुआत भी की। अब डीडी नगर थाना प्रभारी रविंद्र दंतोड़िया ने अपने थाने की एक महिला आरक्षक पुलिसकर्मी शानू जमरा की गोद भराई की रस्म बड़े ही धूमधाम और खुशी के साथ आयोजित की गई।
थाना प्रभारी ने निभाई पिता की भूमिका
थाना प्रभारी एक पिता की जिम्मेदारी निभाते नजर आए और उन्होंने महिला पुलिस कर्मी शानू जमरा की गोद भराई की रस्म बेटी की तरह की। पूरे रीति-रिवाज के साथ महिला पुलिस कर्मियों ने डीडी नगर थाना परिसर में लगे टेंट में बैठकर मेहंदी लगाने से लेकर अन्य सभी रस्में निभाईं, इस दौरान पूरा थाना स्टाफ भी नाचता हुआ नजर आया।
धूमधाम से की गोद भराई
महिला पुलिसकर्मी शानू जमरा धार जिले की रहने वाली हैं और पिछले 6 महीने से रतलाम के डीडी नगर थाने में पदस्थ हैं। शानू जमरा के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं और गोद भराई की रस्म निभाने के लिए डीडी नगर थाना प्रभारी रविंद्र दंतोड़िया ने अपनी स्टाफ की महिला पुलिस कर्मी बेटी की गोद भराई का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया जैसे वो उनकी अपनी बेटी हो। किसी पुलिस परिवार की ऐसी गोद भराई आपने पहले कभी नहीं देखी होगी।
बहन और मां की तरह हर रस्म को निभाया
शानू जमरा का कहना है कि पूरे स्टाफ ने मुझे परिवार और रिश्तेदारों जैसी खुशियाँ दी हैं। मेरी गोद भराई की रस्में सभी ने बहुत अच्छे से निभाई हैं। एक पिता की तरह हमारे थाना प्रभारी ने मुझे बेटी की तरह पाला है और प्यार और आशीर्वाद दिया है। महिला स्टाफ ने भी एक बहन और मां की तरह हर रस्म को निभाया है। थाने में तैनात सभी भाइयों ने मुझे बहन से भी बढ़कर प्यार दिया है। उन सभी की खुशी देखकर आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।
6 महीने से थाने में पदस्थ
डीडी नगर के थाना प्रभारी रविन्द्र दंतोडिया ने बताया कि शानू जमरा धार जिले की रहने वाली है और पिछले 6 महीने से हमारे थाने में सेवा दे रही है। उसके पिता नहीं है। उसकी गोद भराई की रस्म से पहले जब मैंने उसे उदास देखा तो मुझे लगा कि उसकी बेटी है और हमें उसे खुश करना चाहिए। इसलिए मैंने यह कार्यक्रम आयोजित किया और पूरा स्टाफ, हर एक पुलिसकर्मी, चाहे वह पुरुष हो या महिला, सभी ने मिलकर एक परिवार की तरह सारी रस्में निभाईं।