RGPV Scam : राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 19.48 करोड़ की आर्थिक अनियमितता मामले में तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार गुप्ता, तत्कालीन रजिस्ट्रार राकेश सिंह राजपूत और तत्कालीन वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा के खिलाफ 3-3 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। साथ ही लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है। बता दें कि FIR दर्ज होने के पूर्व से ही सभी आरोपी फरार हैं।
सुनील कुमार गुप्ता की अग्रिम जमानत खारिज
RGPV में फरार चल रहे आरोपी पूर्व कुलपति सुनील कुमार गुप्ता की अग्रिम जमानत खारिज हो गई है। विशेष न्यायाधीश संकर्षण प्रसाद पांडेय की कोर्ट ने बुधवार को जमानत अर्जी खारिज कर दी। इससे पहले पूर्व रजिस्ट्रार राकेश सिंह राजपूत की भी अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी है। सुनवाई के दौरान उनके वकील शिरीष श्रीवास्तव ने आरोपी का पहले का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होने का हवाला देते हुए रिमांड पर पूछताछ से राहत मांगी, लेकिन एसआईटी के वकील पीएन सिंह ने इसका जोरदार विरोध किया। एसआईटी ने कोर्ट के सामने ऐसे कई सबूत रखे, जिनके आधार पर कोर्ट ने अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी।
ये रहीं अग्रिम जमानत खारिज की वजह ये
- एसआईटी ने कोर्ट को बताया कि गिरफ्तार किए गए कुमार मयंक से पूछताछ में पता चला है कि पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत के कहने पर उसने सुनील कुमार के लिए ‘इंस्पायर’ शोरूम से एप्पल का मैकबुक खरीदा था। इसे एक महिला को बुटीक में जाकर दिया था।
- 28 दिसंबर 2022 को विवि के पत्र के जरिये एक्सिस बैंक की कटारा हिल्स शाखा में एक खाता खोला गया। इस खाते को सुनील कुमार, आरएस राजपूत और ऋषिकेश वर्मा ऑपरेट करते थे। इसी खाते से दलित संघ सोहागपुर के खाते में 9.5 करोड़ डाले गए।
- जांच कमेटी ने संस्थान के कुछ कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे। इसमें जितेंद्र अग्रवाल और नानक संतानी ने स्वीकार किया था कि सुनील कुमार के कहने पर उन्होंने कई बिल कुलपति की मेल आईडी से कुमार मयंक को भेजे।