आमीन हुसैन, रतलाम. लोकसभा चुनाव चरम पर है। सभी पार्टियों के विधायक-सांसद से लेकर आम कार्यकर्ता तक दिन रात एक किए हुए हैं। ऐसे में एक विधायक ऐसा भी है, जो चुनाव के परिदृश्य से पूरी तरह गायब है। हालत यह हो गई है कि पार्टी को विधायक को नोटिस तक जारी करना पड़ा है। कहां के हैं ये विधायक, आइए आपको बताते हैं विस्तार से।
मध्य प्रदेश में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भारत आदिवासी विकास पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी। वह सीट थी सैलाना और यहां से विधायक चुने गए थे कमलेश्वर डोडियार। कमलेश्वर की आर्थिक हालत बहुत ही कमजोर बताई गई थी। यही वजह है कि वह बाइक से विधानसभा में शपथ लेने आए थे, तभी से उन्हें बाइक वाले विधायक के रूप में पहचान मिल गई।
लगातार सुर्खियों में रहते हैं डोडियार
विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से ही विधायक कमलेश्वर डोडियार लगातार सुर्खियों में रहते आए हैं। विधायक बनने के बाद इस गरीब विधायक ने कार खरीद ली है। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह कार उन्होंने लोन से ली है। इसके अलावा पिछले दिनों वह जज की परीक्षा देने की वजह से भी चर्चा में आए थे।
लोकसभा चुनाव से बनाई दूरी
विधायक कमलेश्वर डोडियार ने लोकसभा चुनाव से पूरी तरह दूरी बना रखी है। वह चुनाव प्रचार में दिखाई नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि उनकी पार्टी बाप यानी भारत आदिवासी विकास पार्टी ने उनको एक नोटिस जारी किया है। इसमें पूछा गया है कि आप पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में कार्य क्यों नहीं कर रहे हैं। पार्टी क कहना है कि राजस्थान, गुजरात से चुने गए बाप के विधायक पार्टी के समर्थन में एमपी में आए हुए हैं। ऐसे में एमपी से एकमात्र पार्टी के विधायक होने के बाद भी कमलेश्वर डोडियार का यहां न होना गंभीर मामला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन लाल रोत ने विधायक डोडियार को नोटिस जारी कर इस संबंध में उनसे जवाब मांगा है। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार | Sailana MLA Kamleshwar Dodiyaत
पहली बार विधायक चुने गए हैं डोडियार
कमलेश्वर डोडियार ( Sailana MLA Kamleshwar Dodiyar ) नवंबर 2023 में विधायक चुने गए थे। उन्होंने मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की आदिवासी बहुल सैलाना विधानसभा सीट से भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार हर्ष विजय गहलोत को 4,618 वोटों से हराया था।
मजदूरी करते थे कमलेश्वर
आपको बता दें कि विधायक कमलेश्वर डोडियार का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। उनकी मां और पिता मेहनत मजदूरी कर अपनी गुजर बसर करते रहे हैं। कमलेश्वर ने वेटर का काम किया। फिर फसल काटी। 3 दिसंबर 2023 को जब मध्यप्रदेश में चुनाव परिणामों का ऐलान हुआ था, तब कमलेश्वर की मां सीता बाई मज़दूरी करने गई थीं। हालांकि कमलेश्वर जब विधायक बने तो उनके परिजनों ने मजदूरी करना छोड़ दिया है।
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