BHOPAL. मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के भ्रष्टाचार मामले को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। धनकुबेर सौरभ शर्मा के मामले को लेकर कांग्रेस ने लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर है। अब घमासान के बीच लाल डायरी की एंट्री हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने लोकायुक्त की जांच के दौरान एक लाल डायरी मिलने का दावा किया। जीतू पटवारी ने दावा किया है कि छापामार कार्रवाई के दौरान मिली लाल डायरी में कोडवर्ड में कई रसूखदार लोगों के नाम लिखे गए हैं। डायरी में दर्ज आंकड़े सार्वजनिक होने चाहिए ताकि जनता जान सके कि ये पैसा कहां गया।
लाल डायरी में पूरा हिसाब
पत्रकार वार्ता में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सवाल उठाया कि एक कांस्टेबल के पास इतनी दौलत कैसे आई? जांच में मिली लाल डायरी में नामों के पहले अक्षर और रकम का हिसाब था, जो अब लोकायुक्त के पास है। इस लाल डायरी में पैसों का हिसाब है। जीतू पटवारी ने बीजेपी और पीएम मोदी से आग्रह किया कि लोकायुक्त को यह डायरी पब्लिक डोमेन में सत्यापित करनी चाहिए ताकि देश और प्रदेश की जनता को भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने यह भी कहा कि इस डायरी में दो हजार करोड़ रुपए का हिसाब-किताब है, जो विभिन्न व्यक्तियों तक पहुंचा है। ये लोग जनता का पैसा खा रहे थे।
यदि यह सत्यापन नहीं हुआ तो सौरभ शर्मा की जान को खतरा हो सकता है।
मोदी के 'नए भारत' पर तंज
इस मामले में जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "नए भारत" को भी निशाना साथा। उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश में नरेंद्र मोदी के 'नए भारत' का उदाहरण देख सकते हैं, जहां तीन अलग-अलग एजेंसियों ने एक ही स्थान से करीब 100 करोड़ रुपए की कैश और सोना बरामद किया। लोकायुक्त के छापे में 7-8 करोड़ रुपए मिले, उसके बाद आयकर विभाग और ईडी ने छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में संपत्ति मिली, रेड में 50-60 किलो गोल्ड और करीब 60-70 करोड़ रुपए का माल मिला है। ईडी की कार्रवाई में 34 करोड़ रुपए के दस्तावेज बरामद हुए है।
बंद चौकियों पर उगाही का खेल जारी
पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि परिवहन चौकियों को बंद किया जाएगा। पटवारी ने चुनौती दी कि मुख्यमंत्री यदि औचक निरीक्षण करें तो वह खुद दिखा सकते हैं कि किस चौकी पर उगाही नहीं हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की कथनी और करनी में फर्क है, और उगाही का यह खेल जारी है। बता दें कि पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई में लोकायुक्त की जांच में करोड़ों का कैश, गोल्ड, चांदी और अन्य प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज सामने आए हैं।
लोकायुक्त की जांच की मांग
सौरभ शर्मा मामले में कांग्रेस के पूर्व मीडिया अध्यक्ष केके मिश्रा ने लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई जांच पर सवाल उठाए। उन्होंने मांग की कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग (आईटी) को इस मामले की जांच करनी चाहिए ताकि किसी भी दबाव के बिना जांच पारदर्शी तरीके से हो सके। मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, "लोकायुक्त द्वारा की गई कार्रवाई में संदेह है, और इन दो महत्वपूर्ण एजेंसियों को मामले की विस्तृत जांच करनी चाहिए।"
कांग्रेस पर बीजेपी ने किया पलटवार
सौरभ शर्मा मामल में कांग्रेस के गंभीर आरोपों के बाद बीजेपी विधायक भगवानदास सबनानी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "लाल डायरी और इस प्रकार की बातों का औचित्य नहीं है। कांग्रेस केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस मामले को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रही है। कांग्रेस ये बताए कि ये तौर तरीके किसकी सरकार में कब-कब किसने सिखाए हैं। कांग्रेस की सरकार में ही डायरियां रखने का काम शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि अगर कुछ गलत है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी और अपराधियों को जेल में डाला जाएगा।
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