भोपाल ड्रग्स कांड का मुख्य आरोपी शोएब लाला अब भी फरार है। छह महीने पहले इसी ने भोपाल में फैक्ट्री शुरू की थी। द सूत्र ने मंगलवार को ही बताया था कि आखिर प्रतापगढ़ क्यों चर्चा में आया और वहां के चार गांव देवलजी, अखनेर, नौगाव और साकरिया से पूरे देश में ड्रग्स सप्लाई होती है। शोएब लाला इसी देवलजी गांव का है। उसका साथी रब नवाज भी प्रतापगढ़ का है। अब इस मामले में खुलासा कर रहे हैं कि यह फैक्ट्री भोपाल के बगरौदा में नहीं बल्कि इंदौर में लगने जा रही थी। यह सभी खुलासे आरोपियों से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा हुई पूछताछ में सामने आया है। गौरतलब है कि 6 अक्टूबर को यह फैक्ट्री पकड़ी गई और यहां से 1814 करोड़ की ड्रग्स बरामद हुई।
इंदौर में फैक्ट्री लगाने की तैयारी में था लाला
दरअसल शोएब लाला को भोपाल की जगह इंदौर पहले सबसे ज्यादा मुफीद लगा था, कारण है यह कि यहां से मंदसौर, नीमच, प्रतापगढ़ बेल्ट आना-जाना आसान है। साथ ही यहां पर फैक्ट्री की कमी नहीं है। सूत्र को मिली जानकारी के अनुसार वह कुछ महीने इसी विचार के साथ इंदौर और इसके आस-पास का दौरा भी कर चुका था।
फिर बदला विचार
इसी दौरान उसने जानकारी जुटाई तो पता चला कि यहां पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और अन्य जांच एजेंसी सक्रिय रहती हैं और आए-दिन जांच होती रहती है। इंडस्ट्रियल एरिया में भी मूवमेंट बना रहता है। ऐसे में कहीं से भी जानकारी लीक हो सकती है। इसके बाद उसने इंदौर में फैक्ट्री डालने का विचार त्याग दिया।
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फिर किया भोपाल का रूख
इसके बाद उसने भोपाल के बगरौदा में मेफेड्रान यानी एमडी ड्रग्स की फैक्ट्री लगाने के लिए दौरा किया। 6 महीने पहले वह इसे देखने के लिए भोपाल भी आया, क्योंकि यहां जांच एजेंसी इतना अलर्ट नहीं थी। साथ ही देश के अन्य हिस्सों में यहां से भी ड्रग्स सप्लाई रूट ठीक था। इस काम के लिए उसने तीनों आरोपियों हरीश आंजना, अमित चतुर्वेदी और सान्याल को साथ में लिया। तीनों को कोर्ट ने 14 अक्टूबर को रिमांड के बाद जेल भेज दिया है और वहीं पुलिस ने लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है।
6 अक्टूबर को हुई थी दबिश
एनसीबी और गुजरात एटीएस ने 6 अक्टूबर को बगरौदा गांव स्थित प्लॉट नंबर एफ-63 में फैक्ट्री पर छापा मारा था। यहां सान्याल बाने और चतुर्वेदी को मौके से और फिर आंजना को बाद में गिरफ्तार किया गया। इसमें लाला का नाम आया कि फैक्ट्री का पूरा प्लान उसी का था। लाला इन तीनों से ही अलग-अलग नंबर के जरिए संपर्क में रहता था।
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