मंदसौर के सीतामऊ में शुक्रवार को किसान सम्मेलन एग्री-हॉर्टी एक्सपो का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में सीएम मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हुए। इसी दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीएम के सामने सवालों की तख्तियां ले जाने की तैयारी की। कांग्रेस सीएम के कार्यक्रम में सवाल की तख्तियां लेकर जाना चाहती थी। इसके पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जब कांग्रेस कार्यकर्ता जबरन कार्यक्रम में जाने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
किसानों को सम्मानित किया
इस अवसर पर सीएम यादव ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया। लेकिन कार्यक्रम में उस वक्त हलचल मच गई, जब कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने की नीयत से स्थल की ओर बढ़ने लगे। पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोककर हिरासत में ले लिया।
तख्तियों पर गेंहूं के समर्थन मूल्य को लेकर लिखा था सवाल
मुख्यमंत्री की सभा में विरोध करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता तख्तियां लिए कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ रहे थे। ये कार्यकर्ता गेहूं के समर्थन मूल्य को 2700 करने और लाडली बहना योजना की राशि को 3000 रुपए करने की मांग कर रहे थे। ये तख्तियां लेकर कार्यक्रम में जाने से पहले ही पुलिस ने कार्यकर्ताओं को सीतामऊ स्थित गुरुकृपा होटल के पास रोका दिया।
कार्यकर्ता ने जब नारेबाजी की तो सभी को हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह कोशिश थी कि वे मुख्यमंत्री के सामने अपनी बात रखें, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें एक्सपो स्थल तक नहीं पहुंचने दिया गया।
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सीएम ने किया सांदिपनी स्कूल का लोकार्पण
मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ मंच पर डिप्टी मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना और महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया मौजूद थीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चंदवासा में 33.14 करोड़ और लदुना में 33.59 करोड़ की लागत से बने सांदीपनि विद्यालयों का लोकार्पण किया। साथ ही 19.31 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सुवासरा-गुराड़ियाकला सड़क का उद्घाटन भी किया गया।
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मंदसौर का संतरा अपने नाम से बिके
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश की नदियों का मायका है, जहां से चंबल सहित कई नदियों का जल देशभर में जाता है। उन्होंने किसानों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि अब सैटेलाइट से हर गतिविधि देखी जा सकती है और पराली को खाद में बदलने वाले यंत्रों का अधिक उपयोग करें। उन्होंने मंदसौर-नीमच के संतरों को नागपुर की बजाय स्थानीय ब्रांड के रूप में पहचान दिलाने की बात कही और कहा कि टमाटर, प्याज, लहसुन जैसी फसलों को प्रोसेस कर पाउडर बनाकर बेचा जा सकेगा, जिसके लिए सरकार पूरी सहायता देगी।
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