BHOPAL. मध्यप्रदेश की 5 राज्यसभा सीटों पर चुनाव का एलान हो चुका है। विधायकों की संख्या बल के हिसाब से चार सीटें भाजपा और एक सीट कांग्रेस को मिलनी तय मानी जा रही है। लेकिन कांग्रेस की इस एक सीट को लेकर सियासी गलियारों में कई नेताओं को नाम की चर्चा हो रही है। चर्चा जोरों पर है कि सोनिया गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए भेजा जा सकता है। दरअसल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के एक बयान के बाद से इस मामले को हवा मिली है। मध्य प्रदेश की पांच राज्यसभा ((Rajya sabha) सीटों के लिए कांग्रेस दावेदारों की लिस्ट में कमलनाथ और विवेक तन्खा जैसे कई बडे़ नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इस बीच एक चौंकाने वाला नाम सामने आया है- सोनिया गांधी ( Sonia gandhi ) … इस नाम ने प्रदेश की राजनीति में तहलका मचा दिया है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ( JITU PATWARI ) ने कहा है कि मध्य प्रदेश से राज्यसभा में सोनिया जी का प्रतिनिधित्व गर्व और सम्मान का विषय है। हमारा साझा संकल्प है कि उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में देश का वास्तविक विकास की परिकल्पना साकार होती रहे।
पटवारी ने आलाकमान को लिखा पत्र
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ( UMANG SINGHAR ) ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजने की सिफारिश की है। दोनों नेताओं ने पार्टी आलाकमान को पत्र भी लिखा है। इसमें सोनिया गांधी को राज्यसभा भेजने का आग्रह किया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार का कहना है कि सोनिया गांधी पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए हम चाहते हैं वह मध्यप्रदेश से राज्यसभा जाएं। इसके लिए हमने पार्टी आलाकमान को पत्र लिखा है। पूर्व CM KAMALNATH को लेकर भी उमंग सिंघार ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने राज्यसभा जाने से इंकार किया है। कमलनाथ से हमारी बातचीत हुई है। उन्होंने यह बात स्पष्ट कर दी है कि वह राज्यसभा नहीं जाना चाहते हैं। सोनिया गांधी रायबरेली से लोकसभा सदस्य हैं, लेकिन इस बार उनके राज्य सभा जाने की चर्चा तेज हैं।
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि सोनिया गांधी को लेकर पूरे देश में यह भाव है कि उन्होंने प्रधानमंत्री का पद त्यागा है। अगर वह मध्यप्रदेश से राज्यसभा जाती हैं, तो मेरे लिए सौभाग्य की बात है। इससे मध्यप्रदेश का सम्मान बढ़ेगा। साथ ही मध्यप्रदेश के सम्मान में ताकत आएगी। पटवारी ने कहा कि यह सिर्फ मेरी मांग नहीं है। यह कमलनाथ जी की भी मांग है। सोनिया गांधी से मिलकर उन्होंने भी आग्रह किया है। एमपी के सारे नेताओं ने कहा है कि अगर सोनिया गांधी यहां से राज्यसभा जाती हैं, तो इससे अच्छा क्या होगा। इसके साथ ही जीतू पटवारी ने कहा कि अगर कमलनाथ जी का मन होगा, तो हम सभी लोग उनके साथ हैं। वह हमारे सीनियर नेता हैं।
इसके साथ ही अपनी दावेदारी पर जीतू पटवारी ने कहा कि हमें पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में यह जरूरी नहीं है कि एक ही व्यक्ति को सभी पद मिलें। मैंने राज्यसभा के लिए कोई डिमांड नहीं की है और न ही करूंगा। जीतू पटवारी ने कहा कि मुझे पार्टी कहेगी तो भी मेरी ना है। राज्यसभा के लिए बहुत योग्य लोग हैं। मैं किसी भी परिस्थिति में उम्मीदवार नहीं था। दरअसल, कांग्रेस ने अभी तक राज्यसभा के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान नहीं किया है। मध्य प्रदेश की 5 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, कांग्रेस के पास 66 विधायक हैं, इस हिसाब से पार्टी को एक राज्यसभा सीट मिलना तय मानी जा रही है, लेकिन चर्चा यह भी हैं कि भाजपा पांचों सीटों पर प्रत्याशी उतार सकती हैं,अगर ऐसा होता है तो मामला दिलचस्प हो सकता है।
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यादव के नाम की भी चर्चा
हाल ही में सोनिया गांधी और कमलनाथ के नाम की चर्चा अब तक सामने नहीं आई हैं। अरुण यादव और जीतू पटवारी का नाम भी राज्यसभा की रेस में शामिल था। क्योंकि कांग्रेस के राजमणि पटेल का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जो ओबीसी से आते हैं, ऐसे में अरुण यादव और जीतू पटवारी का पक्ष भी मजबूत माना जा रहा था, क्योंकि दोनों नेता ओबीसी वर्ग से आते हैं, लेकिन जैसे ही कमलनाथ और सोनिया गांधी का नाम सामने आया, तो मध्यप्रदेश में राज्यसभा के समीकरण बदलते हुए नजर आ रहे हैं।
भाजपा की नजर राज्यसभा की पांचों सीटों पर
कमलनाथ और नकुलनाथ की भाजपा में आने की चर्चाओं के बीच एक चर्चा इस बात की भी है कि भाजपा राज्यसभा की पांचों सीटों पर कब्जा जमाना चाहती है। पार्टी सूत्रों का दावा है कि भाजपा सभी पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी और पांचों जीतने की कोशिश करेगी। इसके लिए उन्हें 163 के अलावा 27 विधायकों की और जरूरत होगी। इस नंबर को हासिल करने की रणनीति पर काम शुरू हो चुका है। कई कांग्रेस विधायकों से भाजपा के नेता संपर्क कर रहे हैं।