किसी भी हत्या के पीछे का कारण होता है। हत्या करने और मृतक के बीच जान-पहचान होती है। दोनों के बीच कोई दुशमनी या फिर आरोपी ने किसी से हत्या की सुपारी ली हो। हत्या की इस अनोखी दस्तान में ऐसा कुछ भी नहीं है। आरोपी और मृतक के बीच दुश्मनी तो छोड़िए,दोनों एक दूसरे को पहचानते तक नहीं थे..। आरोपी ने मृतक की हत्या करने की योजना भी नहीं बनाई और ऐसी मंशा भी नहीं थी, फिर भी गोली चलती है और एक युवक की लाश पुलिस को मिलती है। इस युवक की हत्या क्यों,कैसे और किसने की,यह जानने के लिए अंत तक इस खबर को पढ़ते रहें...।
कहानी शुरू होती है 13 जुलाई को दोपहर 12.30 बजे से..। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले की चितरंगी थाना पुलिस को फोन पर सुचना मिलती है कि तेन्दुहा पोड़ी सड़क मार्ग पर अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचते है और शव का परिक्षण कराने के बाद पता चलता है कि युवक की मौत गोली लगने से हुई है। पुलिस के सामने बड़ी चुनौति थी कि मृतक को कौन है? चितरंगी थाना प्रभारी शेषमणि पटेल ने इस पहली को सुलझाने के लिए पुलिस अधिक्षक निवेदिता गुप्ता को मामले की जानकारी दी। पुलिस अधिक्षक निवेदिता गुप्ता ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा इस मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी दी।
मृतक कौन है कैसे हुई पहचान
पुलिस ने मृतक की पहचान के लिए इलाके के लोगों को उसकी फोटो दिखाकर प्रयास किए। लोगों ने बताया कि मृतक लाले बंसल पिता गुनीलाल बंसल (23 वर्ष) निवासी ग्राम दुर्दुरा थाना चितंरगी, जिला सिंगरौली है। मृतक की पहचान के बाद अब पुलिस को हत्या का कारण और आरोपी की तलाश थी...पढ़ते रहिए आगे बहुत रोचक है यह हत्या की कहानी...।
आरोपी कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
पुलिस अधिकारियों ने चितरंगी-सीधी मुख्य मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खांगलाना शुरू किया। सीसीटीवी कैमरा फुटेज के आधार पर पुलिस ने कुछ संदेहियों को हिरासत में लेकर पुछताछ की। संदेही अभिषेक पाण्डेय पिता अनिल पाण्डेय (30 वर्ष) निवासी कुल्हइया थाना गढ़वा जिला सिंगरौली ने पुलिस को बताया कि मृतक पर उसने ही गोली चलाई है।
गोली लगने और युवक के मर्डर का दिन...
आरोपी अभिषेक ने बताया कि वह 13 जुलाई को सुबह 7 बजे वह अपनी कार ( MP-66/ZC-6675) से रीवा अपने भाइयों को लाने जा रहा था। उस समय उसके पास 32 बोर की लाइसेंसी पिस्टल थी, जिसके मैगजीन में 8 कारतूस भरे हुए थे। राजेश्वरी पेट्रोल पम्प से लगभग डेढ़ किमी आगे सड़क पर एक लड़का घायल अवस्था में पड़ा था एवं पास में एक लड़का अपनी मोटरसाइिकल लेकर खड़ा था। रोड पर पडे़ घायल लड़के को रोककर जब वह उसका हाल पूछने गया तो पास में खड़ा लड़का अपनी मोटर साइकिल लेकर भागने लगा। तब उसने उसका पीछा किया तो वह भागने लगा। आरोपी ने बताया कि उसने बाइक से भाग रहे व्यक्ति को डराने के लिए अपनी पिस्टल से हवाई फायर किया और उसे कहा कि रुक जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा। जब वह नहीं रुका तो उसने उसकी पीठ में गोली मार दी। इसके बाद भी भागने वाला नहीं रुका और मोटरसाइकिल लेकर तेंदुहा की ओर चला गया एवं वह अपनी कार से भाइयों को लेने रीवा चला गया।
इस हत्या को कोई कारण नहीं...
पुलिस ने बताया कि इस हत्या को कोई कारण नहीं था। आरोपी ने गोली तो चलाई लेकिन उसकी मंशा हत्या करने की नहीं थी। मृतक और आरोपी एक दूसरे को जानते नहीं है। देखा जाए तो यह हत्या का प्रकरण अनोखा ही है...जिसमें हत्या की वजह नहीं है।
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