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INDORE. पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन (ताई) के परिवार पर हुए हमले में पूरा शहर उनके साथ हो गया है। सर्व समाज के 300 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह के दफ्तर में पहुंचकर सोमवार दोपहर में इस पूरे कांड पर घोर आपत्ति लगाई। यहां तक कह दिया कि जब ताई सुरक्षित नहीं तो इस शहर में कौन सुरक्षित रहेगा। खाकी की ताकत दिखाई। वहीं ताई को इस मामले में भाई यानी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का साथ मिल गया है। उधर बुधवार को सीएम से भी मिलने का समय लिया गया है। मामला राजनीतिक रूप से पार्टी के अंदर तूफान मचा चुका है। इसकी गाज आने वाले समय में कई नेताओं पर गिर सकती है।
सीएम मोहन यादव से मिलेंगे ताई के समर्थक
ताई समर्थक सीएम से अब बुधवार को मिलेंगे, क्योंकि सीएम मंगलवार शाम तक दिल्ली से भोपाल लौटेंगे, इसलिए तय किया गया है कि अब बुधवार को मुलाकात की जाएगी। उधऱ ताई समर्थकों की सांसद शंकर लालवानी से भी बात हुई है और वह दिल्ली में इस मुद्दे पर सीएम डॉ. मोहन यादव से चर्चा करेंगे। और इस मुद्दे पर शहर की नाराजगी की जानकारी देंगे।
इस तरह विजयर्गीय आए साथ
जब सीपी के साथ सर्व समाज के लोगों ने मुलाकात की इसी दौरान मंत्री विजयवर्गीय का फोन आया और उन्होंने सीधे सीपी से बात की। सीपी से इस पूरे मामले में दो टूक कहा कि सख्त कार्रवाई होना चाहिए किसी को भी बख्शा नहीं जाए। वहीं सभी से बात करने के बाद सीपी ने कहा कि इस मामले में डीसीपी की अध्यक्षता में एसआईटी रहेगी, जो पूरे कोर्ट ट्रायल तक बनी रहेगी, इसमें ऐसे गवाह को लिया जाएगा और चालान इस तरह मजबूत बनाया जाएगा कि इन्हें कोर्ट से भी सजा हो।
यह बोले प्रतिनिधि वर्ग
प्रतिनिधि वर्ग में हर समाज से प्रतिनिधि मौजूद थे, ताई समर्थक राजेश अग्रवाल, अशोक डागा, रिंकू भाटिया, एआईएमपा अध्यक्ष योगेश मेहता, ज्योति तोमर, संगीता जोशी, सुरेश टालकर, राजेंद्र वासु, कंचन गिदवानी, विशाल पमनानी, प्रशांत ब़डवे व अन्य 40 करीब संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इन्होंने कहा कि जब ताई सुरक्षित नहीं तो फिर शहर में किसे सुरक्षा मिलेगी, आप खाकी का जोर और ताकत दिखाईए। यह भी कहा गया कि ताई हमेशा न्यायप्रिय रही है किसी के साथ भी गलत हुआ तो उन्होंने आवाज उठाई है और आज उन्हीं के साथ गलत हो रहा है।
बीजेपी नेता प्रताप के भतीजे ने की थी गुंडागर्दी
ताई के बेटे मिलिंद महाजन के शोरूम व कार सर्विस सेंटर है। सौरभ करोसिया पिता जितेंद्र करोसिया जो बीजेपी नेता प्रताप करोसिया (यह सफाई कामगार आयोग के अध्यक्ष होकर कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त रह चुके हैं) के भतीजे है, इन्होंने बिना पेमेंट ही गाड़ी शोरूम से ले जाने के लिए गुंडागर्दी की। शोरूम के कांच फोडे, मैनेजर भूषण दीक्षित को पीटा और गार्ड गणेश दुबे पर कार चढ़ाने की कोशिश की और पीटा। सौरभ के साथ सात-आठ लोग थे। साथ ही ताई के पोते सिदार्थ को भी जमकर पीटा, बाद में सिदार्थ का मेडिकल कराया गया।
बाद में थाने में भी डाला दबाव
इस गुंडागर्दी के बाद भी करोसिया समर्थित गुंडे नहीं रूके, इन्होंने थाने पर भी दबाव बनाया और वहां गए भी। इसी तरह करोसिया को जब कोर्ट में पेश किया तो वहां भी 20-25 समर्थक पहुंच गए थे। करोसिया के दबाव में ही आजादनगर पुलिस ने जमकर इसमें लेतलाली ली और मामले को टाला। टीआई की भी इसमें कार्यशैली पर जमकर सवाल उठ रहे हैं।
प्रताप के बेटे निक्की की भी भूमिका
सूत्रों के अनुसार इस मामले में प्रताप के साथ ही उनके बेटे निक्की करोसिया की भी भूमिका रही है। निक्की के नाम पर ही वह गाडी है जिसकी सर्विसिंग को लेकर विवाद हुआ था। निक्की अभी बीजेपी इंदौर में नगर मंत्री के पद पर है।
पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
इस मामले में राजनीतिक तूल पक़ड़ने के बाद पुलिस एक्टिव हुई और इसमें तीन आरोपियों जिसमें मुख्य आरोपी सौरभ भी है को गिरफ्तार कर लिया गया। पूरे मामले में जानकारी देते हुए डीसीपी विनोद कुमार मीना ने बताया सौरभ करोसिया, मोहित घेंघट और तन्नू घेंघट को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीन अन्य आरोपियों की पहचान कर उनकी तलाशी के लिए टीम रवाना कर दी गई है। इस मामले में सीसीटीवी के माध्यम से मिले फुटेज के आधार पर तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसमें दो निगम कर्मचारी भी है।
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