भोपाल. विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब लोकसभा जाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे बीजेपी प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह ( BJP candidate Bharat Singh Kushwaha from Gwalior Lok Sabha seat ) की परेशानी बढ़ गई है। वजह है, ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र के चकरामपुर ( नरवर ) में नवंबर में हुआ हत्याकांड। इसमें पुरानी रंजिश पर दो पक्ष भिड़ गए थे। इसमें एक पक्ष के तीन लोगों की मौत हो गई थी। मृतक ठाकुर समाज के थे। वहीं, जिन लोगों को आरोपी बनाया गया, वे कुशवाह समाज के थे। आरोपियों में से दो लोग बीजेपी प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह के साथ प्रचार में चल रहे हैं। इससे चकरामपुर के आसपास रहने वाली ठाकुर समाज में आक्रोश है और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के विरोध में अभियान चला दिया है।
क्या है पूरा मामला
नवंबर 2023 में चकरामपुर में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान ठाकुर और कुशवाह समाज के दो पक्षों में विवाद हुआ था। इसके बाद हुए झगड़े में वीर सिंह कुशवाह के बेटे दिनेश कुशवाह को गंभीर चोट आई थी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस घटना के आरोपी लक्ष्मण सिंह भदौरिया, आशा भदौरिया, हिमांशु सेंगर, मुन्ना भदौरिया, योगेंद्र भदौरिया, राजा भदौरिया गांव से भाग रहे थे। इनकी कार को दूसरे पक्ष के लोगों ने रास्ते में घेर लिया। इन लोगों ने बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन इससे पहले ही गुस्साए दूसरे पक्ष के लोगों ने कार में आग लगा दी। कार सवार किसी तरह कार से बाहर निकल आए, जिस पर दूसरे पक्ष के लोगों ने उनको लाठियों से जमकर पीटा। पिटाई से महिला आशा भदौरिया समेत सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान लक्ष्मण सिंह पुत्र रंजीत भदौरिया, आशा देवी पत्नी मुन्ना भदौरिया, हिमांशु सेंगर पुत्र बृजेंद्र सेंगर की मौत हो गई थी।
चुनाव में बन रहा मुद्दा
मृतक ठाकुर समाज से आते हैं, जबकि आरोपी कुशवाह समाज से आते हैं। ग्वालियर लोकसभा सीट से बीजेपी ने कुशवाह समाज के भारत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इससे चकरामपुर के आसपास के गांवों में रहने वाले ठाकुर समाज में नाराजगी की बात सामने आ रही है। खास बात यह है कि इस केस के आरोपी बीजेपी प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह ( BJP candidate Bharat Singh Kushwaha from Gwalior Lok Sabha seat ) का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इससे नाराज ठाकुर समाज ने बीजेपी उम्मीदवार के विरोध में सोशल मीडिया पर कैंपेन चला दिया है। इसके साथ ही वे गांव-गांव जाकर बीजेपी उम्मीदवार को वोट न देने की अपील भी कर रहे हैं। कांग्रेस ने ग्वालियर लोकसभा सीट से प्रवीण पाठक को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, पाठक भी हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार चुके हैं, लेकिन उन्हें इस तरह किसी जाति विशेष के विरोध का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
ये बन रहा जातिगत समीकरण
बीजेपी उम्मीदवार भारत सिंह कुशवाह हाल में हुए विधानसभा चुनाव में ग्वालियर ग्रामीण से उम्मीदवार थे। उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार साहब सिंह गुर्जर के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। बताया जा रहा है कि चुनाव के बाद गुर्जर समाज के लोगों पर केस दर्ज हुए थे। आरोप है कि पुलिस ने यह कार्रवाई भारत सिंह कुशवाह के दबाव में की थी। इससे गुर्जर समाज में भारत सिंह के प्रति नाराजगी है। यही नहीं बघेल समाज भी भारत सिंह से नाराज बताया जा रहा है। ठाकुर, गुर्जर, बघेल समाज की नाराजगी का खामियाजा भारत सिंह कुशवाह को भुगतना पड़ सकता है। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार प्रवीण पाठक की बात की जाए तो उनके लिए ब्राह्म्ण समाज लगभग एकजुट है। पाठक को ब्राह्मण समाज से एकमुश्त वोट मिल सकते हैं। अमूमन ब्राह्म्ण समाज को बीजेपी का वोटर माना जाता है, लेकिन पाठक के खड़े होने से इस बार यह वोट बैंक कांग्रेस के खाते में जाता दिख रहा है। कुल मिलाकर बीजेपी उम्मीदवार भारत सिंह कुशवाह फिलहाल तो चारों तरफ से भंवर में फंसते नजर आ रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष तोमर का कितना होगा असर
बीजेपी उम्मीदवार भारत सिंह कुशवाह को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ( Assembly Speaker Narendra Singh Tomar ) का करीबी माना जाता है। तोमर ठाकुर समाज से ही आते हैं और ग्वालियर चंबल अंचल में उनका खासा असर है। चकरामपुर के आसपास के ठाकुर समाज के नाराज लोगों को तोमर कितना मना पाते हैं और किस हद तक उनकी नाराजगी दूर कर सकते हैं, ये तो चुनाव का परिणाम ही बताएगा। फिलहाल ठाकुर समाज के संगठित विरोध का सामना कर रहे भारत सिंह कुशवाह की डगर कठिन होती दिख रही है। वह क्या इस विरोध को मैनेज कर पाएंगे, बीजेपी का गढ़ बन चुकी ग्वालियर लोकसभा सीट से बीजेपी ने भारत सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाकर क्या गलती कर दी है, ये बड़े सवाल हैं। इन सवालों का जवाब तो चुनाव परिणाम से ही मिलेगा, लेकिन फिलहाल भारत सिंह कुशवाह के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
इस तरह कर रहे विरोध...