उज्जैन में एक युवक को नकली नोट छापने के मामले में पुलिस ने पकड़ा है। युवक आठवीं पास है। वह बाजार से कलर प्रिंटर खरीदा और नकली नोट छापने लगा। युवक को एक दुकानदार ने fake note छापते हुए देखा। इसके बाद उसने चिमनगंज थाने में सूचना दी। पुलिस ने युवक को उसके साडू भाई के साथ हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
नकली नोट लेकर सामान खरीदने पहुंचा युवक
पुलिस का कहना है कि नागझिरी निवासी पिंटू मालवीय पिछले दिनों दुकान पर fake note लेकर सामान खरीदने गया था। दुकानदार ने नोट की पहचान कर थाने में सूचना दी। पुलिस ने पिंटू को पटेल नगर क्षेत्र से हिरासत में लिया और थाने लाकर उससे पूछताछ शुरू की जिसमें पिंटू ने बताया कि वह fake note अपने साले देवास निवासी भेरूलाल सोलंकी से लेकर आया है। पुलिस ने भेरूलाल को भी पकड़ लिया। उससे भी पूछताछ की गई लेकिन दोनों पुलिस से झूठ बोलते रहे। पुलिस ने दोनों के मोबाइल की सीडीआर जांच कराई है। पुलिस का मानना है कि नकली नोट छापने के मामले में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
कंट्रोल रूम के सामने दुकान से कलर प्रिंटर खरीदा
पुलिस ने बताया कि पिंटू मालवीय ने पुलिस कंट्रोल रूम के सामने दुकान से कलर प्रिंटर खरीदा था। वह गर्मी में प्रिंटर खरीदने का दावा कर रहा है, जिसकी पुष्टि होना अभी बाकी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पिंटू ने अब तक कितने नोट छापकर बाजार में चलाए हैं। उसके साथ और कितने लोग जुड़े हैं। पुलिस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर सकती है।
छापकर दिखाए fake note
पिंटू मालवीय को हिरासत में लेने के बाद पुलिस उसे नागझिरी स्थित उसके घर ले गई। वहां एक कलर प्रिंटर रखा था। पिंटू ने सादे ए-4 पेपर पर 100 रुपए के fake note छापे और पुलिस को दिखाए। पुलिस ने बताया कि पिंटू आठवीं तक पढ़ा है। वह चौकीदारी करता है।
fake note बनते जा रहे
अक्सर लोगों को इस बात की चिंता रहती है कि कहीं उनकी जेब में fake note न आ जाए। हाल ही में आरबीआई ने भी अपनी सालाना रिपोर्ट में चिंता जताई है कि नकली नोटों की घुसपैठ लगातार बढ़ रही है। कई बार बाजार में भी जब दुकानदार नोट लेने से पहले उसे चेक करता है तो हमें गुस्सा आता है कि आखिर हम कौन सा नकली नोट लेकर जा रहे हैं। वहीं बड़े नोटों को लेकर अक्सर असमंजस की स्थिति बनी रहती है। कई लोगों को नकली और असली नोट की पहचान करने में दिक्कत होती है, इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि नकली नोट की पहचान कैसे करें और आरबीआई की क्या गाइडलाइन हैं।
RBI की गाइडलाइंस
आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक अगर आपके एक ट्रांजैक्शन में चार नकली नोट निकलते हैं तो नोडल बैंक अधिकारी को महीने के अंत में पुलिस को रिपोर्ट करना होगा। साथ ही साथ वह जाली नोट भी पुलिस को जमा करें। एक ट्रांजैक्शन में पांच fake note निकलते हैं तो नोडल ऑफिसर को फौरन लोकल पुलिस को सूचित करना होगा. इशके साथ ही FIR दर्ज करवाकर इसकी जांच की जाएगी, रिपोर्ट की एक कॉपी बैंक की मेन ब्रांच को भेजना होगा.
ऐसे करें नकली नोट की पहचान
1. नोट की सामने की तरफ बाईं ओर नीचे दी गई हरी पट्टी के थोड़ा ऊपर दो रंग में 500 लिखा रहता है।
2. हरी पट्टी पर 500 अंक की लेटेंट इमेज छपी होती है, जिसे नोट को ऊपर की ओर झुकाने पर देखा जा सकता है।
3. नोट पर देवनागरी लिपि में 500 रुपए लिखा होता है।
4. महात्मा गांधी का चित्र नोट के बीच में अंकित होता है।
5. गांधी के चित्र पर माइक्रो लेटर्स में भारत और इंडिया लिखा रहता है।
6. कलर शिफ्ट विंडो वाला सिक्योरिटी थ्रेड, नोट को झुकाने पर धागे का रंग हरे से नीला हो जाता है।
7. प्रॉमिस क्लॉज के साथ RBI गवर्नर के हस्ताक्षर के नीचे और महात्मा गांधी के चित्र के दाईं ओर RBI का लोगो रहता है।
8. नोट के दाईं और दिए गए क्रीम वाइट स्पेस में गांधी जी का पोरट्रेट और इलेक्ट्रोटाइप (500) वॉटरमार्क होता है।
9. नोट के ऊपर बाईं तरफ और नीचे दाईं तरफ बढ़ते हुए फॉन्ट में अंकों वाला नंबर पैनल होता है।
10. दाईं तरफ उसी क्रीम/व्हाइट स्पेस में रुपए के सिंबल के साथ कलर चेंजिंग इंक (ग्रीन से ब्लू) के साथ 500 अंकित होता है।
11. नोट के दाहिनी तरफ अशोक स्तंभ अंकित है।
12. महात्मा गांधी के पोर्ट्रेट, अशोक स्तंभ और उसके बिल्कुल ऊपर काले गोले में अंकित 500 को थोड़ा उभरा हुआ रखा गया है, ताकि देख न सकने वाले लोग इसे छूकर पहचान सकें।
नकली नोट के बारे में
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