Ujjain Mahakal Sawari : उज्जैन में सावन माह के अतिंम सोमवार को सवारी में भगवान महाकाल पांच रूप में दर्शन दिए। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी में सावन के आखिरी सोमवार को नजारा अद्भुत था। प्रजा का हाल जानने के लिए महाकाल की एक झलक पाने के लिए भक्त आतुर दिख रहे थे।
खास रही ये प्रस्तुति
सवारी में चांदी की पालकी पर भगवान चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव और नंदी पर उमा-महेश के स्वरूप में विराजित होकर बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने निकले हैं। डोल रथ पर होलकर स्टेट का मुखारविंद शामिल सवारी में शामिल था। डिंडौरी के गोंड जनजातीय समूह के 50 से अधिक कलाकार करमा, सैला नृत्य की प्रस्तुति भी दी।
पांच स्वरूप में दर्शन दिए
बाबा महाकाल सावन माह में नगर भ्रमण पर निकलते हैं। सावन के आखिरी सोमवार को बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को पांच स्वरूप में दर्शन दिए। वहीं, सवारी में हाथी पर मन महेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव , बैलगाड़ी रथ पर उमा-महेश और होलकर स्टेट के मुखारविंद शामिल सवारी में शमिल हुए।
बाबा की नगरी में भक्तों का मेला
बाबा की नगरी में रोजाना लाखों भक्तों का मेला लगता है। सावन में भक्तों की संख्या और ज्यादा हो जाती है। सावन के पांचवें व अंतिम सोमवार को भी भगवान महाकाल के दरबार मे सवारी के पहले करीब 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का दर्शन किए।