BHOPAL. मध्यप्रदेश की राजनीति में कैबिनेट बैठक का मुद्दा गूंज रहा है। मामला उज्जैन से जुड़ा है। दरअसल, मंत्रि परिषद ने उज्जैन की तीन सड़कों को मंजूरी दी है, इन्हें बनाने में करीब 2 हजार 312 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ के लिए लिहाज से ये तीनों सड़कें महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार, सीएम डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में कैबिनेट बैठक में इन सड़कों का मुद्दा उठा। नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सड़कों के भारी भरकम बजट पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि सरकार के फंड से इन सड़कों को क्यों बनाया जा रहा है? अभी तो सिंहस्थ में काफी समय है। बातचीत के बीच पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी सड़कों की लागत पर सवाल खड़े किए? आखिर में सीएस अनुराग जैन ने पूरा मामला विस्तार से बताया।
मंत्रियों ने पहली बार जताई आपत्ति
गौरतलब है कि मोहन सरकार में अब तक कैबिनेट बैठक में ज्यादातर प्रस्ताव सहमति से पास होते रहे हैं। ये पहली बार था, जब किसी मुद्दे पर मंत्रियों ने आपत्ति जताई है। इस मुद्दे की शुरुआत पीडब्ल्यूडी के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता के प्रस्ताव से हुई। उन्होंने बताया कि उज्जैन में 1 हजार 103 करोड़, 703 करोड़ और 207 करोड़ रुपए की लागत से तीन सड़कें बनाए जाने का प्लान है। इनके निर्माण से सिंहस्थ में उज्जैन आने वाले भक्तों को सहूलियत होगी।
कैलाश बोले- अभी तो सिंहस्थ में समय है
एसीएस गुप्ता के इस प्रस्ताव पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, अभी तो उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ में काफी समय है। इन सड़कों को शासन मद से क्यों बनाया जाना चाहिए? ये काम तो सिंहस्थ के फंड से होना चाहिए। इन सड़कों का काम बिल्ड आपरेट एण्ड ट्रांसफर यानी बीओटी पर होना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि सिंहस्थ फंड अभी 500 करोड़ रुपए है। इसके जवाब में विजयवर्गीय ने कहा, हम केंद्र सरकार से बात करके सिंहस्थ का फंड बढ़वाएंगे।
प्रहलाद पटेल ने भी उठाए सवाल
इस बातचीत के बाद मुख्य सचिव अनुराग जैन ने प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सड़क बनने में तीन से चार साल का वक्त लगता है। बीओटी में हो तो वित्त की मंजूरी में एक से डेढ़ वर्ष का समय लग जाता है। शासन सड़क बनाकर उस पर टोल लगाएगा। हमारी प्लानिंग सड़क के दोनों ओर इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनाने की है। इसी के साथ लैंड पुलिंग की जाएगी, इससे भी सरकार को आय होगी। इस पर सीएम डॉ.मोहन यादव ने हामी भरी। इसके बाद मंत्री प्रहलाद पटेल ने सड़कों की लागत पर सवाल उठाए। इसके जवाब में एससीएस ने कहा कि बड़ी सड़कें हैं, इतना फंड लगेगा।
इन सड़कों का होना है निर्माण
आपको बता दें कि सिंहस्थ को देखते हुए इंदौर-उज्जैन ग्रीनफील्ड 4-लेन हवाई बनाया जाना है। इसकी लंबाई 48.05 किलोमीटर और लागत 1 हजार 370 करोड़ 85 लाख होगी। वहीं, उज्जैन में सिंहस्थ को देखते हुए बायपास बनाया जाना है। इसकी लंबाई 19.815 किलोमीटर होगी। इस सड़क के लिए 701 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत प्रस्तावित है। ऐसे ही उज्जैन से इंगोरिया-देपालपुर 2-लेन सड़क बनाई जानी है। इसी लंबाई 32.60 किलोमीटर और लागत 239 करोड़ 38 लाख रुपए होगी।
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