भाजपा की फायरब्रांड नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वजह है उनका एक भावुक एक्स पोस्ट है। पोस्ट में उन्होंने अपने परिवार के संघर्षों और राजनीति में अपने होने से परिवार को हुए नुकसान की बात कही।
अगर मैं चुनाव न लड़ती तो...
अपने ट्वीट में उमा भारती ने साफ कहा कि अगर उन्हें पार्टी चुनाव नहीं लड़वाती, तो उनके भाई या भतीजे बहुत पहले सांसद या विधायक बन जाते। मेरे एक भाई के बेटे राहुल को टिकट देना परिवार पर कोई एहसान नहीं था पार्टी की मजबूरी थी।
1. ग्राम डूंडा, जिला टीकमगढ़ के लोधीवंश के जिस परिवार में जन्मी वहां मेरे संन्यस्त जीवन के पूर्व के चार भाई और एक बहन थी जिसमें से दो बड़े भाइयों का एवं एक मात्र बहन का निधन हो चुका है, मैं सबसे छोटी थी इसलिए बहुत लाड़ प्यार से पली।
उमा भारती ने लिखा कि चाहे सरकार कांग्रेस की रही हो या भाजपा की, उनके परिवार को बार-बार झूठे आरोपों का सामना करना पड़ा। डकैती और लूट जैसे अपराधों में झूठा फंसाया गया। लेकिन हर बार कोर्ट में वे निर्दोष साबित हुए। यह बात उन्होंने बेहद भावनात्मक अंदाज में साझा की।
मेरी राजनीति की वजह से कष्ट परिवार ने झेले
मेरे परिवार ने मेरी राजनीति के कारण बहुत कष्ट उठाया है। शायद ही मध्य प्रदेश भाजपा के बड़े पदों पर बैठे नेताओं के परिवार ने इतने कष्ट उठाए हों। उमा ने अपने ट्वीट में बताया कि वे अब अपने छोटे भाई को बच्चों की जिम्मेदारी सौंप चुकी हैं। उन्होंने लिखा कि संन्यास लेने के बाद उनके दो भतीजे-भतीजी नित्या और नील उनके साथ थे।
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