नेताप्रतिपक्ष जैसे संवधानिक पद पर होते हुए अगर कोई नेता तथ्य की जानकारी नहीं रख सकता तो उसकी योग्यता और समझ पर सवाल उठना लाजमी है। विधानसभा नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्वीट किया। इस ट्वीट ने विधानसभा सत्र के ठीक पहले नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार की किरकिरी करवा दी है।
दरअसल, नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्वीट कर सरकार को घेरते हुए लिखा कि वन विभाग में उन्होंने IAS अधिकारी अशोक वर्णवाल CM के लाडले बन गए। 6 करोड़ के पौधों के घोटाले के इस सरगना को तीसरी बार वन विभाग की कमान दे दी गई। सरकार की ऐसी भी क्या मजबूरी।
शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में जो गलती हुई, उसकी लीपापोती करने के लिए डॉ.मोहन यादव ने उन्हें फिर उसी कुर्सी पर बैठा दिया। जब मैं प्रदेश का वन मंत्री था, मैंने इस घोटाले पर FIR करने के लिए फाइल भेजी थी, लेकिन, वीजेपी सरकार बनते ही शिवराज सिंह चौहान ने सिर्फ फाइल को नस्तीबद्ध करवा दिया, बल्कि इस अधिकारी को फिर वन विभाग की कमान सौंप दी गई।