BHOPAL. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) जनता की समस्याओं को लेकर लगातार एक्शन में हैं। उन्होने एक बार फिर गुना जिले में अधिकारी को फटकार लगाई है। इस बार सिंधिया ने गुना के DFO(Divisional Forest Officer) को फोन लगाकर फटकार दिया। दरअसल, बमोरी क्षेत्र के ग्रामीणों ने जंगल में पेड़ों की कटाई की समस्या को लेकर सिंधिया से शिकायत की थी। जिसके बाद सिंधिया ने वन मंडलाधिकारी को फोन लगाया था।
सिंधिया ने डीएफओ को लगाई फटकार
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फोन लगाकर गुना जिले में पदस्थ IFS अधिकारी अक्षय राठौर (डीएफओ) से फटकार लगाते हुए पूछा कि... क्या तमाशा चल रहा है...? रतलाम-झाबुआ के लोग बमोरी में वनभूमि पर बिल्डिंग बना रहे हैं, हमारे जंगल क्यों कट रहे हैं?.... जवाब में डीएफओ ने कहा- मैं फिलहाल अवकाश पर हूं.... डीएफओ का जवाब सुनकर सिंधिया ने कहा कि कब छुट्टी से वापिस आ रहे हो?... छुट्टी से वापस आकर मेरे ऑफिस में जानकारी भेजना, ये सब रुकना चाहिए। इसके बाद मामले में डीएफओ अक्षय राठौर ने वनभूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश देने की बात कही है। सिंधिया का ये अंदाज कुछ दिनों पहले भी देखने को मिला था जब उन्होने भरे मंच से कलेक्टर और एसपी को फटकार लगा दी थी।
ग्रामीणों ने सिंधिया को बताई समस्या
दरअसल, एक कार्यक्रम में बमोरी क्षेत्र के ग्रामीणों ने सिंधिया से मुलाकात की और अपनी समस्या बताते हुए शिकायत करते हुए कहा कि बमोरी में बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाई की जा रही है। रतलाम झाबुआ से आए आदिवासियों ने पूरे जंगल का सफाया कर दिया, जंगल काटकर अब वनभूमि पर पक्के मकान बनाए जा रहे हैं। बमोरी रेंजर की मिलीभगत से ये काम हो रहा है। वनभूमि पर अतिक्रमण रोकने की कोशिश की जाती है तो आदिवासी खूनखराबे पर उतारू हो जाते हैं। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी जाती है। ग्रामीणों की परेशानी सुनने के बाद सिंधिया ने तत्काल डीएफओ अक्षय राठौर को फोन लगाया और फटकार लगा दी।
पेड़ों की कटाई और वनभूमि पर अतिक्रमण
बता दे कि गुना जिले के बमोरी में पिछले पांच सालों में हजारों बीघा वनभूमि पर अतिक्रमण किया गया है। वनभूमि पर लगे बेशकीमती पेड़ों को काटकर खेती की जा रही है। जंगल की जमीन पर अतिक्रमण का विरोध करने पर ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाती है। कई बार तो आदिवासियों और ग्रामीणों के बीच खूनी संघर्ष भी देखने को मिला है।