अनोखा दिखा विजयवर्गीय का अंदाज, हंगामे के बीच बजट पेश कर रहे डिप्टी सीएम देवड़ा दिखें असहज

मंत्री विश्वास सारंग को बर्खास्त करने की मांग को लेकर लगातार हो रही नारेबाजी से उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा भी असहज हो रहे थे। यह देख विजयवर्गीय का भी मूड बदल गया। 

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Sanjay Sharma
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भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन जब कांग्रेस हंगामा कर रही थी तब सरकार के प्रवक्ता और संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अलग ही अंदाज में दिखे। वित्त मंत्री जब बजट पेश कर रहे थे तब कांग्रेस विधायक आसन छोड़कर आसंदी के नजदीक पहुंच गए। मंत्री विश्वास सारंग को बर्खास्त करने की मांग को लेकर लगातार हो रही नारेबाजी से उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा भी असहज हो रहे थे। यह देख विजयवर्गीय का भी मूड बदल गया। 

जब जब बजट में योजनाओं के लिए राशि के आवंटन की बात आती विजयवर्गीय अपने अनोखे अंदाज में उपमुख्यमंत्री का समर्थन करते। इस दौरान सत्र के लिए साढ़े 3 लाख करोड़ से ज्यादा राशि के बजट के प्रावधान पर उन्होंने कहा, छा गई मोहन सरकार। इसके बाद जब शिक्षा के लिए बड़े बजट का उल्लेख होने पर उन्होंने कहा क्या, बात है, बहुत बहुत बधाई। वहीं जैसे ही मंत्री देवड़ा ने उद्योग नीति, राम वन गमन पथ, श्रीकृष्ण पाथेय के लिए बजट प्रावधान  पढ़ा, विजयवर्गीय ने महाकाल राजा की जय बोला तो सत्ता पक्ष के सभी मंत्री और विधायकों के चेहरों पर मुस्कान खिल गई और एक दूसरे की ओर देखते हुए वे मेज थपथपाते हुए देवड़ा का समर्थन करने लगे। 

कांग्रेस विधायकों का हंगामा 

सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही कांग्रेस विधायकों ने हंगामा और नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार और कांग्रेस विधायक नरसिंह घोटाले की जांच के लिए विधानसभा समिति गठित करने की मांग कर रहे थे। विरोध प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस विधायक आसंदी के नजदीक पहुंच गए, और वहीं धरना शुरू कर दिया। कांग्रेस के हंगामे के बीच बजट भाषण पेश किया गया। लगाते मांग के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार साथी विधायकों के साथ सदन से वॉक आउट कर गए।

सिंगार ने सरकार पर बोला हमला

वॉकआउट के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा नर्सिंग घोटाला प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला है। इसमें विधानसभा की समिति बनाकर जांच की मांग कांग्रेस कर रही है लेकिन मुख्यमंत्री युवाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं। जब यह घोटाला हुआ तब चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग थे। उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। हम जनता की आवाज को सदन से लेकर सड़क तक उठाएंगे। वहीं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा अच्छे कामों में रोड़ा अटकाना कांग्रेस की आदत है। जब उनकी मांग पर विधानसभा में एक दिन पहले ही चर्चा कराई जा चुकी है तो इस हंगामे की जरूरत ही नही है। कांग्रेस विधायक बिना तथ्यों के हंगामा कर रही है।

कांग्रेस के साथ कदमताल करते रहे डोडियार

बीएपी से चुनाव लड़कर विधायक बने कमलेश्वर डोडियार बुधवार को नर्सिंग घोटाले की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के साथ नजर आए। डोडियार भी हंगामे में कांग्रेस विधायकों के सुर में सुर मिलाते हुए आसंदी के नजदीक पहुंचे और वहां धरने पर भी बैठे।

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