संजय गुप्ता @ INDORE. अभी तक व्यापमं ( Vyapam ) और बड़ी परीक्षाओ में ही मूल छात्रों की जगह मुन्ना भाई के बैठने और पास होने के मामले सामने आए थे। अब इंदौर में स्कूल की दसवीं की परीक्षा में यह चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
रूक जाना नहीं योजना के तहत दे रहे थे परीक्षा
इंदौर में एमपी बोर्ड ( mp board ) 10वीं की 'रुक जाना नहीं योजना' के एक्जाम के दौरान छात्र-छात्रा की जगह दूसरे स्टूडेंट से परीक्षा दिलाई जा रही थी। पुलिस ने शनिवार देर रात पांच लोगों पर केस दर्ज कर लिया। इसमें एक नाबालिग छात्रा, एक नाबालिग छात्र के अलावा प्राइवेट स्कूल की एक टीचर समेत पांच लोग हैं। घटना शारदा कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल बड़ा गणपति क्षेत्र की है।
छात्रा गर्मी के बहाने नकाब पहन बैठी
माध्यमिक शिक्षा मंडल 10वीं-12वीं में फेल हो चुके छात्र-छात्राओं को पास होने के लिए एक अतिरिक्त मौका रुक जाना नहीं योजना के तहत देता है। इसी के एग्जाम चल रही है। शुक्रवार को 10वीं विज्ञान का पेपर था। परीक्षा केंद्र शारदा कन्या में गर्मी की वजह से एक छात्रा ने अपना नकाब हटाया। तभी पर्यवेक्षक ( पेपर कराने वाले टीचर ) को शक हुआ। इस पर साइन कराने और फोटो मिलाने के बहाने फर्जीवाड़ा सामने आ गया। एक अन्य छात्र ने मास्क लगा रखा था, वो भी पकड़ा गया।
स्कूल की टीचर और यह भी शामिल
स्कूल प्राचार्य सीमा जैन शिकायत पर पुलिस ने खजराना की प्राइवेट महिला टीचर जैनब, उसका पति मुस्तफा शेख, एग्जाम देने आए नाबालिग छात्र का भाई जुनैद खान, दूसरे की जगह परीक्षा देने बैठी नाबालिग छात्रा और नाबालिग छात्र पर केस दर्ज किया गया है। जिस प्राइवेट टीचर को मुख्य आरोपी बनाया है, वह खजराना क्षेत्र में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती है। धोखाधड़ी, षड़यंत्र और मध्य प्रदेश मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 का केस दर्ज किया है।
साइन कराकर टीचर ने देखा तो खुल गई पोल
माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं-12वीं की परीक्षा में फेल हुए स्टूडेंट्स के लिए 'रुक जाना नहीं योजना' में 20 मई से परीक्षा आयोजित की जा रही थी। शुक्रवार को परीक्षा केंद्र शारदा कन्या उमावि में 10वीं में फेल हुए स्टूडेंट्स का विज्ञान का पेपर था। परीक्षा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक चली। इसी दौरान फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। यहां पता चला कि एक छात्रा नकाब और एक छात्र मास्क लगाकर एक्जाम दे रहा है। इस बीच गर्मी लगने पर उस छात्रा ने नकाब हटाकर पसीना पोंछने की कोशिश की तो चेहरा देखकर पर्यवेक्षक को शक हुआ। उसने फोटो से छात्रा का मिलान किया। फिर साइन करवाकर दोबारा तस्दीक की तो कन्फर्म हो गया कि ये फर्जी छात्रा है। लेकिन हंगामा न हो इसलिए बीच एक्जाम में छात्रा को रोका नहीं और उसे एक्जाम देने दी गई। इसी तरह एक अन्य छात्र ने भी मास्क हटाया तो वह भी इसी तरह ट्रेस हो गया। एक्जाम के बाद शुक्रवार शाम को प्रिंसिपल ने मल्हारगंज थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज करवा दी है। इसमें टीचिंग स्टाफ समेत 5 लोग शामिल हैं।
पूछताछ में छात्रा ने बताए मैडम-सर के नाम
पूछताछ में छात्रा ने बता दिया कि उसे सर और मैडम लेकर आए हैं। इसी तरह मास्क लगाकर एक्जाम देने वाला छात्र भी पकड़ा गया है। बच्चों को एक्जाम दिलाने लाने वाले सर-मैडम और एक अन्य साथी सहित 5 लोगों पर केस दर्ज करवाया है। ये कौन लोग है जो इस तरह एक्जाम दिलवा रहे थे, हमें नहीं पता।