व्यापमं घोटाले में पत्रकार खांडेकर के आरोप : कांग्रेस सरकार में दिग्विजय-कमलनाथ ने कुछ नहीं किया, कांग्रेस बोली- इसीलिए सरकार गिरा दी

मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार और एमपीसीए के प्रेसीडेंट अभिलाष खांडेकर के बयान ने आग में घी का काम कर दिया। उनके बयान के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा दोनों भड़क गए।

Advertisment
author-image
Sanjay gupta
New Update
Vyapam scam journalist Abhilash Khandekar
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

INDORE : व्यापमं घोटाले में फिर से राजनीतिक गर्मा गई है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नियुक्ति रद्द के मामले ने तूल पकड़ा ही था कि अब वरिष्ठ पत्रकार और एमपीसीए के प्रेसीडेंट अभिलाष खांडेकर के बयान ने आग में घी का काम कर दिया। उनके बयान के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा दोनों भड़क गए। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव व कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कमलनाथ सरकार इस मामले में एक्शन लेने वाली थी, आरोपियों को लगा कि वो जेल जाएंगे, इसके लिए कांग्रेस सरकार गिरा दी गई।

क्या बोले अभिलाष खांडेकर

खांडेकर ने एक मीडिया कार्यक्रम में कहा कि सीबीआई ने इस मामले में काफी कुछ ढूंढ लिया था लेकिन जो केस चलाने की मंजूरी चाहिए थी बड़े लोगों के लिए वह नहीं मिली। कांग्रेस ने पहले यह मुद्दा उठाया लेकिन जब 15 माह की सरकार बनी तो तब कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह चाहते तो कड़ा एक्शन ले सकते थे, सभी अधिकारी, फाइल उनके पास थी, लेकिन इस पर कोई बात नहीं की। अब कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि आंदोलन करेंगे। लेकिन बड़ा आंदोलन कर पाएंगे ऐसा लगता नहीं उनके पास अब ताकत नहीं बची, सवाल भी उठेगा कि उस समय क्यों नहीं किया। जिनके साथ अन्याय हुआ, उन्होंने लड़ाई लड़ी वह सुप्रीम कोटई तक गए, अन्याय के लिए वह खड़े हुए। सिंह और तन्खा व व्हीसल ब्लोअर थे वह गायब हो गए। व्यापमं का भूत गायब हो गया था वब अब बोतल से निकल रहा है लेकिन कांग्रेस को इसका श्रेय नहीं है, बल्कि उन्हें है जो लड़ रहे हैं।

दिग्वजिय सिंह और तन्खा यह बोले

इस पर सिंह ने अपने सोशल एकाउंट पर कहा कि- खांडेकर जी आपको बड़ी गलतफहमी हुई है जो आपने मुझ पर और तन्खा जी पर व्यापमं मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाया है। हम निरंतर लड़ाई लड़ रहे हैं और लड़ते रहेंगे। आप सभी पत्रकारों से प्रार्थना है कि व्यापमं घोटाला करने वालों से भी कभी इस विषय पर चर्चा कर लिया करें। माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी सीबीआई के कुछ जांच अधिकारियों ने गुमराह कर दिया।

्

 

बबबबू

पत्रकारिता का फर्ज किसने कितना निभाया दुनिया के सामने

फिर एक और संदेश डालकर कहा कि मैं शुरू से कहता आया हूं कि इसमें जिन लोगों ने रिश्वत दी है उन्हें सरकारी गवाह बनाया जाना चाहिए, जिन्होंने रिश्वत ली उन्हें मुख्य आरोपी बनाया जाए। लेकिन यह नहीं हुआ, रिश्वत खाने वाले घूमते रहे। 

इस पर विवेक तन्खा ने कहा कि- दिग्विजय जी अनभिज्ञ व्यक्ति को माफ कर दीजिए। पत्रकारिता का फर्ज किसने कितना निभाया दुनिया के सामने है। आप को और मुझे किसी को स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है। इसके बाद सिंह ने फिर कहा कि तन्खा जी पत्रकार पत्रकारिता करें राजनीति नहीं

उधर केके मिश्रा, अरुण यादव का बड़ा आरोप

पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव व कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने इस मामले में गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार व व्यापमं के कारण ही कांग्रेस को अपनी निर्वाचित कमलनाथ सरकार गंवाना पड़ी।15 सालों बाद कांग्रेस सरकार काबिज हुई थी,पहले 15 माह में हमारी प्राथमिकताएं किसानों की कर्ज माफी, गुड गवर्नेंस देना थीं,जो हमने किया भी, जब व्यापमं, ई-टेंडरिंग,पेंशन सहित अन्य घोटालों की फाइलों की परतें खुलने की तैयारी प्रारंभ हुई तो दोषियों ने जेल जाने के डर से अति महत्वाकांक्षी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कालेधन का उपयोग कर कांग्रेस सरकार गिरा दी गई।इस षड्यंत्र में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व,आरएसएस,शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, सहित शिक्षा-चिकित्सा माफियाओं, घोटालों में शामिल अफसरों का गठजोड़ शामिल है।

यह भी लगाए आरोप

तत्कालीन शिवराज-सरकार के दौरान हुए व्यापमं घोटाले की लड़ी गई “सामूहिक नेतृत्व” की लंबी लड़ाई का सुखद अंत अब करीब है। व्यापमं के माध्यम से ली गई 168 परीक्षाएं  जिसमें अनियमितताओं-भ्रष्टाचार के माध्यम से 1.47 लाख युवाओं की ज़िंदगी के सामने अंधेरा परोसा गया। सभी परीक्षाओं में सरकार,मंत्रियों,आरएसएस, अफसरों,शिक्षा-चिकित्सा दलाल माफियाओं का महा गठजोड़ शामिल था कमलनाथ,दिग्विजय सिंह,विवेक कृष्ण तन्खा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, स्वर्गीय सत्यदेव कटारे,यहां तक कि उस वक्त के कांग्रेसी पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी व ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल कांग्रेस के स्वर में अपने स्वर भी मिलाए थे।

व्हीसल ब्लोअर ने भी दिया जवाब

अभिलाष खांडेकर पर व्हीसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय और आशीष चतुर्वेदी ने भी हमला किया। चतुर्वेदी ने कहा कि जब व्यापमं घोटाले की जांच चल रही थी तब आप शिवराज नामा लिख रहे थे और उनके साथ मंच साझा कर रहे थे। वहीं राय ने कहा कि इन्होंने वाइल्डलाइफ पर पुस्तकें छापकर सरकार से पैसा लिया है और एमपीसीए में कितने रेले हैं, यह जल्द उजागर करेंगे।

thesootr links

  द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

कमलनाथ शिवराज सिंह चौहान एमपी कांग्रेस दिग्विजय सिंह व्यापमं घोटाला कमलनाथ सरकार एमपी बीजेपी ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश विवेक तन्खा शिवराज सरकार अरुण यादव अभिलाष खांडेकर केके मिश्रा