शादी का मंडप सजा था। दूल्हा-दुल्हन मंडप ( wedding hall ) के नीचे बैठे हुए थे और शादी की रस्में चल रही थी। इसी दौरान पैर पुजाई की रस्म भी शुरू हो गई, लेकिन इस रस्म के दौरान ऐसा कुछ हो गया कि वर और वधू पक्ष के बीच जमकर लात-घूंसे चल गए।
ग्वालियर के फूले का पुरा गांव का मामला
दरअसल ये पूरा मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर के बेहट थाना इलाके स्थित फूले का पुरा गांव का है, जहां बीते रोज बिजौली थाना इलाका स्थित राई गांव के प्रदीप माहौर की बारात पहुंची थी। फूले का पुरा की रहने वाली नीलू माहौर दुल्हन बनी हुई थी।
दरवाजे पर बारात आई, तो खुशी के मारे वधू पक्ष बारात के स्वागत में जुट गया। बारात की आवभगत शुरू हो गई। बारात को स्वादिष्ट भोजन भी करवाया गया और इसके बाद शादी की रस्में एक-एक करके पूरी की जाने लगी? मंडप के नीचे पैर पुजाई की रस्म भी शुरू हो गई।
पैर पूजने की रस्म के दौरान भिड़े वर-वधू
इस रस्म के मुताबिक, वधू-पक्ष दूल्हा-दुल्हन के पैर पूजने लगा और वर पक्ष पैर पूजने वाले वधू पक्ष के लोगों को नारियल बताशे देने लगे। इसी दौरान वर पक्ष के पास नारियल-बताशे कम पड़ गए। आनन-फानन में वर पक्ष ने नारियल बताशे भी मंगा लिए, लेकिन इस बात को लेकर वधू पक्ष की तरफ से वर पक्ष की हंसी उड़ाना शुरू कर दी गई। यह बात वर पक्ष को सहन नहीं हुई। दोनों पक्ष के बीच विवाद शुरू हो गया।
बात इतनी बढ़ गई कि घराती और बारातियों के बीच मारपीट शुरू हो गई। मंडप के नीचे रखी कुर्सियों को तोड़ दिया गया और एक-दूसरे के कपड़े तक फाड़ दिए गए। इतना ही नहीं मंडप में ही वर-वधू पक्ष के बीच जमकर लात-घूंसे चल गए। हंगामा के बाद शादी की सभी रस्में रोक दी गईं और दोनों पक्ष न्याय मांगने के लिए पुलिस थाना पहुंच गए।
मारपीट का मामला पुलिस थाना पहुंचा
पुलिस ने जब देखा कि दूल्हा बना प्रदीप थाने पहुंचा हुआ है, तो पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और इसके बाद दोनों पक्ष को पुलिस ने काफी देर तक समझाइश दी। जब थाने पर बात नहीं बनी, तो पुलिस दुल्हन के घर पहुंच गई। यहां पुलिस ने दूल्हा और दुल्हन पक्ष को काफी देर तक समझाया। इसके बाद दोनों पक्षों में सहमति बनी और फिर शादी की बची हुई रस्मों को पूरा किया गया।
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