BHOPAL. गुना के पास सेमरी घाटी पर हुए भीषण बस हादसे में 13 यात्रियों की मौत हो गई और 18 यात्री घायल हो गए हैं। बुधवार की रात डंपर ने बस में टक्कर मार दी थी। जिसके बाद बस पलट गई थी और उसमें आग लग गई थी। हादसे को सरकार ने गंभीरता से लिया है और गुरुवार की सुबह सीएम डॉ.मोहन यादव गुना पहुंचे। अस्पताल में घायलों से मिले। इसके बाद गुना के आरटीओ रवि बरेलिया और सीएमओ बीडी कतरोलिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इस हादसे में पहली नजर में परिवहन विभाग की लापरवाही सामने आई थी।
बस खटारा थी, रजिस्ट्रेयन- बीमा भी नहीं था
हादसे का शिकार हुई बस खटारा हालत की थी। बस का रजिस्ट्रेशन भानु प्रताप सिकरवार के नाम पर है। बताते हैं कि बस का रजिस्ट्रेशन, बीमा, फिटनेस खत्म हो चुकी थी। यह बस कैसे रोड पर दौड़ रही थी, इसे लेकर अब सवाल उठ रहे हैं।
मृतकों के परिवार को 4-4 लाख की सहायता
सीएम डॉ. मोहन यादव ने बस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए। इसके अलावा उन्होंने मृतकों के परिवार को 4-4 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, इस हृदय विदारक दुर्घटना में असमय मृत्यु को प्राप्त हुए दिवंगतों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। दुःख की इस विकट परिस्थिति में प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उधर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बस हादसे पर दुख जताया है।
हादसे की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी गठित
गुना में बस हादसे की जांच के लिए गुना कलेक्टर तरुण राठी ने चार अधिकारियों की कमेटी बनाई है। कमेटी घटना के विभिन्न पहलुओं- भीषण हादसे के कारण, दुर्घटनाग्रस्त बस और डंपर की विभिन्न प्रकार की अनुमतियों आदि की जांच, बस में आग लगने के कारण की जांच और मामले में उत्तरदायी विभागों की भूमिका आदि की जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट तीन दिन में कलेक्टर को प्रस्तुत करना है।
कमेटी में ये अधिकारी शामिल
मुकेश कुमार शर्मा अपर जिला दण्डाधिकारी गुना
दिनेश सांवले, अनुविभागीय दण्डधिकारी अनुभाग गुना
अरुण कुमार सिंह, संभागीय उप परिवहन आयुक्त,ग्वालियर
प्राण सिंह राय, सहायक यंत्री, विद्युत सुरक्षा गुना