RAIPUR. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की बैठक में छत्तीसगढ़ के सत्ता और संगठन को लेकर बड़े फैसले हो सकते हैं। अमित शाह 21 जनवरी को तो डॉ. मांडविया एक दिन पहले यानी आज 20 जनवरी को रायपुर आ रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री मांडविया आज लेंगे बैठक
डॉ. मांडविया आज ( शनिवार ) पार्टी नेताओं के साथ-साथ बैठक करेंगे। उनके फीडबैक के आधार पर अमित शाह नेताओं से चर्चा कर सत्ता और संगठन के बड़े निर्णय हो सकते हैं। वैसे दोनों केंद्रीय मंत्री प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार को 100 दिन में बेहतर बनाना है रिपोर्ट कार्ड
छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार को 50 दिन हो चुके हैं।100 दिन में सरकार को अपना रिपोर्ट कार्ड बेहतर बनाना है। इसलिए ये बैठक होने वाली है। इसमें प्रशासनिक नियुक्ति को लेकर सत्ता और संगठन में हो रहे गतिरोध की बात पर भी चर्चा हो सकती है। इसके पहले भारी भरकम आईएएस के तबादले हो सकते हैं। जिसकी संगठन के लोगों ने केंद्रीय संगठन तक शिकायत की थी। बैठक में प्रदेश के नए डीजीपी ( पुलिस महानिदेशक ) और सीएस ( मुख्य सचिव ) को लेकर भी चर्चा हो सकती है। वैसे बैठक का मुख्य मुद्दा लोकसभा की सभी सीटों पर जीत हासिल करने के लिए बनाई जा रही रणनीति का रहेगा।
इसी के चलते अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इसमें संविदा कर्मचारियों के नियमितिकरण का भी बिंदु रहेगा। सरकार ने केवल आईएएस अफसरों के विभागों में फेरबदल किया है, किंतु अब तक पुलिस विभाग में फेरबदल नहीं कर पाई है, यहां तक डीजीपी पर भी निर्णय नहीं ले पाई। इसी तरह कई नीतिगत निर्णय रेत घाटों का आवंटन, नई आबकारी व उद्योग नीति जैसे विषय भी लंबित हैं।
केंद्रीय मंत्री मांडविया का कार्यक्रम
डॉ. मांडविया दोपहर 12.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक विभिन्न विषयों पर चर्चा करने के बाद डॉ. मांडविया दोपहर 2.30 बजे प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होने जाएंगे। फिर शाम 4.30 बजे राजकोट ( गुजरात ) के लिए रवाना होंगे। दूसरे दिन 21 जनवरी को केंद्रीय गृहमंत्री शाह भी दोपहर 2 बजे छत्तीसगढ़ आएंगे और कार्यालय जाकर मेल-मुलाकात कर प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल होंगे, फिर दिल्ली लौटेंगे।
प्रदेश महामंत्री पद को लेकर भी पेंच
प्रदेश महामंत्री पद को लेकर अब तक कोई पत्र जारी नहीं हुआ है, चूंकि पार्टी में परंपरा है कि एक व्यक्ति एक पद हो, लेकिन वर्तमान में कैबिनेट मंत्री के साथ-साथ संगठन के महत्वपूर्ण पद पर तीनों की दखल बनी हुई है, यही वजह है कि संगठन के नेता जल्द प्रदेश महामंत्री के पद पर नियुक्ति करने के मूड में हैं।
उधर, सरकार 100 दिनों की कार्ययोजना पर काम कर रही है। सरकार को लोकसभा चुनाव से पहले 3100 रुपए में धान खरीदी की शेष राशि का भुगतान किसानों को करना है।