Raipur. भूपेश सरकार के नए मंत्री अब मोहन मरकाम हो सकते हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों के संकेत हैं कि 14 जुलाई याने कल वे शपथ ले सकते हैं।खबरें हैं कि उनका शपथ ग्रहण क़रीब साढ़े ग्यारह पर हो सकता है। उन्हे स्कूल शिक्षा और आजाक विभाग का पोर्टफ़ोलियो मिल सकता है। वैसे खुद मोहन मरकाम ने इस पूरे रद्दोबदल से खुद को अंजान बताया है।
कल देर शाम पीसीसी चीफ़ पद से हटाया गया था
कोंडागांव से विधायक मोहन मरकाम को कल देर शाम पीसीसी चीफ़ पद से विदाई दे दी गई। पीसीसी चीफ़ के रुप में मोहन मरकाम का कार्यकाल एक वर्ष पूर्व ही समाप्त हो चुका था। मोहन मरकाम की जगह बस्तर सांसद दीपक बैज को नया पीसीसी चीफ़ नियुक्त किया गया है।बतौर पीसीसी चीफ़ मरकाम ने राहुल गांधी के समर्थन में आयोजित मौन सत्याग्रह में भाग लिया, और वे इस फ़ैसले के सार्वजनिक होने के बाद भी मौन बने रहे।
शिक्षा मंत्री के रुप में मंत्रिमंडल में होंगे शामिल
राज्य सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि, मोहन मरकाम कल याने शुक्रवार 14 जुलाई को मंत्री पद की शपथ ले लेंगे। उन्हें स्कूल शिक्षा और आजाक मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह का पोर्टफ़ोलियो दिए जाने की खबरें हैं।
डिप्टी सीएम सिंहदेव को कुछ विभाग मिलने की भी खबरें
डिप्टी सीएम सिंहदेव को लेकर खबरें हैं कि, उन्हें उनके मौजूदा दायित्व के साथ साथ कुछ अन्य प्रभार भी दिए जा सकते हैं। क़यास हैं कि यह भी कल ही हो सकता है।
बस्तर बाड़े में मंत्रिमंडल रिशफल पर मौन
बस्तर बाड़ा याने कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम के रायपुर स्थित निवास में रहस्यमयी चुप्पी है। कल तक पीसीसी चीफ़ रहे मोहन मरकाम ने द सूत्र से कहा है
“मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूँ, मुझ पर पार्टी ने चार वर्षों तक भरोसा किया मैं आभार जताता हूँ। मेरी शुभकामनाएँ दीपक बैज जी को हैं। अब वे कमांडर हैं, कल तक मैं कमांडर था। लेकिन मूलतः हम सब कार्यकर्ता हैं। बतौर कार्यकर्ता मैं पार्टी से जो आदेश मिलेगा उसे शिरोधार्य करुंगा।”
कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम ने मंत्रिमंडल पुनर्गठन की चर्चा और मोहन मरकाम को शिक्षा मंत्री बनाए जाने के मसले पर कहा है
“मुझे कोई जानकारी नहीं है।”
अल सुबह डॉ प्रेमसाय सिंह विधानसभा क्षेत्र चले गए
कल देर शाम विधायक दल की बैठक थी।खबरें हैं कि इस बैठक के ठीक बाद स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह को उनके पद को लेकर अप्रिय संकेत दे दिए गए। अपुष्ट खबरों पर यदि भरोसा करें तो मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह ने तत्काल प्रभाव से असहमति जताई। लेकिन जो तय किया जा चुका था वह होना तय था, और डॉ प्रेमसाय सिंह सुबह अपनी विधानसभा प्रतापपुर चले गए।