Raipur. छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। सत्र के तीसरे दिन बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर नगर निगम में विकासकार्यों और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया, अग्रवाल का कहना है कि रायपुर नगर निगम में न ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चल रही है और न ही किसी मंत्री की यहां सिर्फ मुगलिया शासन चल रहा है। दरअसल पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर नगर निगम को पांच वर्ष में आवंटित राशि, शारदा चौक से तात्या पारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण सहित विकास कार्यों और भ्रष्टाचार को लेकर सदन में सवाल उठाया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में उठाया सवाल
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 20 जुलाई को विधानसभा में रायपुर नगर निगम को पांच साल में मिली राशि, शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण का मामला उठाते हुए मंत्री से पूछा कि रायपुर नगर निगम को 5 सालों में कितनी राशि उपलब्ध कराई गई है? वर्षवार विधानसभा वार बताएं। स्वीकृत कार्यों में कितने कार्य पूर्ण है, कितने अपूर्ण? रायपुर नगर निगम को केंद्रीय योजनाओं की कितनी राशि प्राप्त हुई है? उन योजनाओं में कितने का कितने कार्य पूर्ण कितने अपूर्ण है? अग्रवाल ने कहा कि राजधानी की स्थिति बहुत खराब है। रायपुर गड्ढों से भरा हुआ है। धूल से भरा हुआ है। बरसात में पानी भर रहा है। जिस काम के लिए पैसा मिल रहा है, उस काम में खर्च नहीं होता। पैसे का खुलकर दुरुपयोग होता है, और क्या रायपुर में बढ़िया शासन चल रहा हैं?
'मुख्यमंत्री और मंत्री का शासन नहीं मुगलिया शासन'
वहीं बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शासन द्वारा जारी 1,327 करोड़ 49 लाख 32 रुपए कहां जा रहा है इन पैसों का सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है। राजधानी की इतनी बुरी हालत पिछले साढ़े 4 साल में हुई है। सड़कों के गड्ढों से लोग परेशान हैं। लोग गड्ढों में बेशरम का पेड़ लगा रहे हैं। आप पैसा देते हैं उन पैसों को लोग खा रहे हैं। वह पैसा लोगों के जेब में जा रहा है। रायपुर नगर निगम ऐसा नगर निगम है जहां पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मंत्री का शासन नहीं मुगलिया शासन चल रहा है और उस शासन में सिर्फ भ्रष्टाचार चल रहा है। उनका राज चल रहा है वे जैसा चाहे वैसा करें। जिसको ठेका देना हो दे। आपको मालूम है मैंने इस विधानसभा में पूछा तो पता चला कि तेलीबांधा से लेकर वीआईपी रोड पर किए गए सड़क सोदर्यीकरण का टेंडर नहीं हुआ है। वह जादू में बन गया। ढाई करोड़ के टेंडर को 20-20 लाख में किया गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने आसंदी से मंत्री को निर्देश दिया कि आप राजधानी को विशेष ध्यान दीजिए राजधानी के विकास की एक बार समीक्षा कर लीजिए एक बैठक कर लीजिए। नगरीय प्रशासन मंत्री ने बताया कि रायपुर नगर निगम को 5 साल में 1,327 करोड़ 50 लाख 32 हजार की राशि दी गई है। 9,615 कामों के लिए और अधिकांश काम पूरा हो गया है।