BHOPAL. बीजेपी की फायर ब्रांड नेता और पूर्व सीएम उमा भारती अक्सर अपनी कई पोस्ट से पार्टी के नेताओं को नसीहत देती रहती हैं। उन्होंने हाल ही में चैतन्य कश्यप को नसीहत दी थी कि इतने अमीर विधायकों को सैलरी की क्या जरूरत है और अगर वो सैलरी दान कर देते हैं तो उसमें कोई बड़ी बात नहीं है। नसीहत के बाद चैतन्य कश्यप उमा भारती से मिलने पहुंच गए।
उमा भारती ने किया था पोस्ट
उमा भारती ने पोस्ट करके लिखा कि चेतन कश्यप सरकार को वेतन वापिस करने के बजाय वह राशि अभावग्रस्त लड़कियाँ की शिक्षा पर खर्च करें। हमें यह याद रखना पड़ेगा की सभी विधायक बड़े व्यवसायी नहीं होते और ना वो राजनीति से अपना व्यवसाय बढ़ाते हैं। अगर विधायकों और सांसदों को ईमानदारी की राह पर चलना आसान बनाना है तो चेतन कश्यप जैसे पूँजीपति विधायकों को छोड़कर सभी विधायक की तनखा एवं अन्य भत्ते आज की सभी परिस्थितियों को देखकर मिलना चाहिए।
उमा भारती से मिलने पहुंचे मंत्री चैतन्य कश्यप
उमा भारती की एक दिन पहले वाली पोस्ट के बाद मंत्री चैतन्य कश्यप उनसे मिलने उनके निवास पर पहुंचे। उमा भारती ने उनका स्वागत किया और तिलक लगाया। उमा भारती ने एक्स पर लिखा कि रतलाम से विधायक और हाल ही में प्रदेश सरकार के मंत्री चैतन्य कश्यप मेरे दूसरे ट्वीट के जवाब में स्वयं उपस्थित हो गए।
चैतन्य कश्यप जी को मैं 20 साल से जानती हूं। वे बहुत बड़े व्यवसायी, बहुत बड़े दानी और समाजसेवी हैं। वह अपने व्यवसाय से प्राप्त लाभ का बहुत बड़ा हिस्सा दान करते हैं किंतु फिर भी मैंने अपना सुझाव दोहराया कि वे अपने वेतन एवं भत्ते सरकार को वापस करने की जगह पर दान की राशि में शामिल कर लिया करें।
उन्होंने इस पर कहा कि वे इस पर विचार करेंगे. मैंने उन्हें सफल मंत्री बनने के लिए शुभकामनाएं तथा आशीर्वाद भी दिया।