BHOPAL. मोहन सरकार में राज्यमंत्री बनाए गए दिलीप अहिरवार सोमवार को अचानक पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के बंगले पर पहुंचे। इस दौरान मंत्री अहिरवार ने शिवराज सिंह से काफी देर तक चर्चा की, और अपनी टिप्पणी पर माफी भी मांगी। वहां से उनकी हाथ जोड़े हुए और पैर छूते हुए तस्वीर वायरल हुईं। इसे शिष्टाचार भेंट कहा जा रहा है। राज्यमंत्री बनाए गए दिलीप अहिरवार चंदला से विधायक हैं।
'मुझे माफ कर दीजिए'
बंगले से बाहर निकले मंत्री दिलीप अहिरवार से जब पत्रकारों ने बयान को उनसे सवाल पूछा तो अहिरवार ने हाथ जोड़ लिए। मीडिया के सवाल का जवाब देने की बजाय उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, 'मुझे माफ कर दीजिए। मैं अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हूं।'
विवादित बयान का वीडियो हुआ वायरल
पूर्व मुख्यमंत्री को लेकर विवादित बयान का वीडियो वायरल होने के तीन दिन बाद पूर्व सीएम शिवराज से मिलने पहुंचे थे। हाल ही में राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे कह रहे थे कि पूर्व सीएम को छोड़िए, वे कुछ करते नहीं थे। इसके बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई थी। यह वीडियो शुक्रवार को कांग्रेस ने सोशल मीडिया में शेयर किया था। कांग्रेस ने उनके इस बयान को पूर्व सीएम शिवराज से जोड़ दिया था। जिसके बाद मंत्री ने कहा कि मैंने तो कमलनाथ के लिए कहा था।
कांग्रेस ने शेयर किया था वीडियो
दरअसल, राज्यमंत्री बनने के बाद दिलीप अहिरवार पहली बार बक्सवाह पहुंचे थे जहां मीडिया ने सवाल किया था कि पूर्व मुख्यमंत्री ने बड़ा मलहरा विधानसभा को गोद लिया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा था, 'अरे वर्तमान मुख्यमंत्री को देखो। पूर्व मुख्यमंत्री ने तो न जाने किन-किन को गोद लिया था, इसलिए यह उसी का तो परिणाम है। वे गोद लेते थे, करते तो कभी कुछ थे नहीं।' पूर्व सीएम पर मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता पीयूष बबेले ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसमें उन्होंने बीजेपी सरकार में गुटबाजी की बात कहते हुए तंज कसा था।
बयान पर मंत्री दिलीप अहिरवार ने दी थी सफाई
इसके बाद मंत्री दिलीप अहिरवार की सफाई भी सामने आई थी। मंत्री अहिरवार ने कहा था- मुझे लगा कि पूर्व सीएम कमलनाथ को लेकर मुझसे सवाल किया गया है। मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। आप मेरे बयान को सुनेंगे तो उसमें मैंने कहा है कि हमारे पूर्व सीएम शिवराज ने भी बहुत काम किया है। मैंने अपने सीएम के लिए नहीं बोला था। पूर्व सीएम के बारे में पूछा तो मैंने कांग्रेस सरकार को लेकर बयान दिया। मैंने तो कांग्रेस का नाम भी लिया था। बाद में कांग्रेस वालों ने बयान को काटकर सोशल मीडिया पर डाल दिया।