BHOPAL. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भोपाल में सभा के एक दिन बाद प्रदेश यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बहस शुरू हो गई है। उन्होंने कहा था कि यह देश की जरूरत है। एक ही घर में कई तरह के कानून नहीं हो सकते हैं। पीएम के बयान के एक दिन बाद मप्र के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर सलाह दे दी है।
मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को मुस्लिम राष्ट्रों से सीख और सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के समय ही समान नागरिकता पर विचार किया जाना चाहिए था। मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में दिए गए मोदी के बयान पर इंदर सिंह परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे देश को एक परिवार समझकर अपनी बात कही है।
सभी को मिले समान अधिकार
परमार ने कहा कि देश में महिलाओं-पुरुषों को समान अधिकार देने के लिए एक जैसे नियम-कानून होने चाहिए। उन्होंने कहा कि जाति और धर्म के आधार पर महिलाओं और पुरुषों के बीच भेदभाव नहीं किया जा सकता है।
ट्रिपल तलाक पर परमार ने कहा कि इस्लाम के मूल दर्शन में भी ट्रिपल तलाक का भी कोई जिक्र नहीं है। वहीं मंत्री अरविंद सिंह भदोरिया ने कहा कि समय की जरूरत है कि यूसीसी पर विचार किया जाना चाहिए।