मनीष गोधा, JAIPUR. जैसी उम्मीद की जा रही थी वैसा ही हुआ। राजस्थान सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय और सहयोगी दलों के विधायक भी बुधवार, 30 अगस्त को रायशुमारी के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (सीएससी) के सामने पहुंचे और उन्होंने भी पार्टी से टिकट के लिए दावेदारी जताई। सरकार को समर्थन दे रही राष्ट्रीय लोकदल के कोटे से सरकार में मंत्री बने सुभाष गर्ग ने तो अगले चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन जारी रहने का दावा भी किया।
कुछ निर्दलीय विधायकों ने दावेदार जताई तो कुछ को कमेटी ने बुलाया
राजस्थान में 13 में से 10 निर्दलीय विधायक और बसपा से कांग्रेस में 6 में से 5 विधायक कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। पिछले दो दिन में इनमें से कुछ स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष पहुंचे और अपने लिए टिकट मांगा। एक निर्दलीय महादेव सिंह खंडेला ने तो अपने बेटे के लिए टिकट की मांग की है। वहीं बाबूलाल नागर, कांति मीणा, लक्ष्मण मीणा सहित कुछ और निर्दलीय विधायक टिकट की दावेदारी करने पहुंचे। कुछ लोगों को स्वयं स्क्रीनिंग कमेटी ने भी बुलाया था।
गौरतलब है कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि जिन विधायकों ने सरकार के संकट के समय सरकार बचाने में सहयोग दिया उन्हें टिकट मिलना चाहिए। इस बारे में उन्होंने 2 दिन पहले ही जोधपुर में बयान दिया था।
आरएलडी का गठबंधन जारी रहेगा
इस बीच राष्ट्रीय लोकदल के कोटे से मंत्री सुभाष गर्ग का कहना है कि राजस्थान में गठबंधन जारी रहेगा। दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने पिछली बार 5 सीट गठबंधन को दी थी, हालांकि 5 में से केवल 4 सीट पर ही गठबंधन के प्रत्याशी चुनाव जीते। यही कारण है कि इस बार यह सवाल कांग्रेस कार्यकर्ता ही खड़ा कर रहे हैं कि जब पार्टी राजस्थान में मजबूत है और गठबंधन के प्रत्याशी, जीत नहीं पाते, तो ऐसे में गठबंधन की राजस्थान में आवश्यकता ही क्या है? लेकिन इन सभी बातों को सुभाष गर्ग ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जब राष्ट्रीय स्तर पर (I.N.D.I.A.) गठबंधन बन चुका है और उस गठबंधन में आरएलडी कांग्रेस के साथ अलायंस में है। ऐसे में राजस्थान में जो गठबंधन पहले से चल रहा है वह जारी रहेगा।
स्क्रीनिंग कमेटी के बुलावे पर गए सुभाष गर्ग ने कांग्रेस के नेताओं को भी यह सलाह दी कि गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर तय होते हैं और कार्यकर्ताओं को भी चाहिए कि वह राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन को स्वीकार करें।
टिकट वितरण में 'तेरा-मेरा' नहीं होना चाहिए- नागर
वहीं निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने भी कहा कि राजस्थान की जनता भी अब कांग्रेस को सत्ता में लाना चाहती है और जो कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में जीत रहा है। उसे अला कमान को टिकट देना भी चाहिए। इसके साथ ही बाबूलाल नागर ने टिकट वितरण में किसी तरह की 'तेरा और मेरा' नहीं करने की बात कहते हुए कहा कि 2018 में भी राजस्थान में कांग्रेस की 130 से ज्यादा सीट आ रही थीं, लेकिन इसी 'तेरा और मेरा' के चक्कर में सीटों की संख्या कम रह गई। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? यह तो आला कमान तय करेगा, लेकिन अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में बेहतरीन काम हुए हैं।